बाघ की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत, वन विभाग ने लगाया आईआर कैमरे
सीतापुर, 16 दिसंबर (हि.स.)। वन रेंज सीतापुर अंतर्गत गुराईपुर के मजरा मथुरानगर में जंगल की ओर स्थित विनोद के खेत में बाघ के पगचिह्न मिलने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। गांव के बाहर बाघ की चहलकदमी की आशंका के चलते लोग खेतों पर जाने से कतरा रहे हैं, जिससे खेती-किसानी पर सीधा असर पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि बाघ की मौजूदगी के डर से वे खेतों में काम करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। रविवार को बहादुर नगर क्षेत्र में बाघ द्वारा नीलगाय को अपना शिकार बनाए जाने की घटना के बाद से आसपास के गांवों में भय का माहौल और भी गहरा गया है। जिस स्थान पर बाघ की गतिविधियां सामने आई थीं, वहां वन विभाग की ओर से उसकी लोकेशन ट्रेस करने के लिए ट्रैप कैमरे लगाए गए थे, लेकिन घने कोहरे के कारण कैमरों में कोई स्पष्ट फुटेज नहीं मिल सका।
मंगलवार को वन विभाग ने पुराने कैमरे हटाकर आईआर (इन्फ्रारेड) कैमरे लगाए हैं, ताकि रात के समय भी बाघ की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। क्षेत्र के किसान और पूर्व प्रधान सुखराम यादव ने वन विभाग से जल्द से जल्द पिंजरा लगाए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि बाघ को पकड़ने से ही ग्रामीणों को भय से मुक्ति मिल सकेगी और किसान निश्चिंत होकर अपने खेतों में काम कर पाएंगे।
इस संबंध में बीट प्रभारी अभिलाष मिश्रा ने बताया कि वन विभाग की टीम लगातार क्षेत्र में काम्बिंग कर रही है। बाघ की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और स्थिति को देखते हुए शीघ्र ही पिंजरा लगाया जाएगा। वन विभाग के रेन्जर सुयश श्रीवास्तव ने ग्रामीणों से सतर्क रहने, अकेले जंगल या खेतों की ओर न जाने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / Mahesh Sharma

