फिरोजाबाद को कांच उद्योग व स्थानीय संस्कृति से जोड़कर पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना प्राथमिकता : प्रमुख सचिव

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फिरोजाबाद को कांच उद्योग व स्थानीय संस्कृति से जोड़कर पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना प्राथमिकता : प्रमुख सचिव


फिरोजाबाद, 31 दिसंबर (हि.स.)। प्रमुख सचिव पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य विभाग अमृत अभिजात ने जिलाधिकारी रमेश रंजन के साथ बुधवार को ग्लास म्यूजियम और ऑडिटोरियम का निरीक्षण किया।

प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने कहा कि फिरोजाबाद की पहचान यहां के कांच उद्योग से है, अतः इस म्यूजियम को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार किया जाए। बच्चों को अपनी संस्कृति का ज्ञान कराने हेतु प्रेरणादाई वृतांतों का संकलन यहां हो, साथ ही साथ यहां पर चूड़ियों का एक प्रतीक भी बना हो, जिससे यहां की विरासत और संस्कृति की झलक एक नजर में ही परिलक्षित हो जाए।

प्रमुख सचिव को अवगत कराया कि इसका संपूर्ण निर्माण कार्य जून से पहले कर लिया जाएगा। प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारी के साथ जनपद में पर्यटन की संभावनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि फिरोजाबाद को कांच उद्योग और स्थानीय संस्कृति से जोड़कर पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना सरकार की प्राथमिकता है, उन्होंने कार्यदाई संस्था को भी कड़े शब्दों में कहा कि सभी अवशेष कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा कर लिए जाएं, जिससे इसका लाभ आम नागरिक को और पर्यटकों को जल्द से जल्द मिल सके।

इसके पश्चात प्रमुख सचिव जिलाधिकारी के साथ नीम करोली बाबा में निर्माणाधीन आश्रय स्थल को देखने गए, जहां पर निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर अत्यंत नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इस स्थान का महत्व केवल धार्मिक भावनाओं से जुडा नहीं है, बल्कि नीम करोली का यहां जन्म स्थान हमारी विरासत संस्कृति और त्याग का प्रतीक है।उन्होंने कार्यदायी संस्था से कहा कि यहां पर कराया गया कार्य आपको इतिहास में सदैव के लिए अविस्मरणीय बना देगा। प्रमुख सचिव ने यहां पर नीम करोली बाबा का जिलाधिकारी के साथ दर्शन भी किया।

हिन्दुस्थान समाचार / कौशल राठौड़

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