तकनीकी शिक्षकों को नवाचार और कल्पनाशीलता के नए अवसर : डॉ. दीप्ति गुप्ता
वाराणसी, 18 दिसम्बर (हि. स.)। वाराणसी में अन्तर विश्वविद्यालय अध्यापक शिक्षा केन्द्र में द डिजिटल पेडागॉजी: एजुकेटर्स फॉर टुमॉरो विषय पर सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में चौथे दिन सहायक आचार्य डॉ. दीप्ति गुप्ता ने कहा कि तकनीकी शिक्षकों को नवाचार और कल्पनाशीलता के नए अवसर प्रदान करती है। डिजिटल टूल्स के माध्यम से शिक्षण को अधिक आकर्षक और सहभागितापूर्ण बनाया जा सकता है।
दूसरे सत्र में सहायक आचार्य डॉ. राजा पाठक ने “द डिजिटल पैलेट: क्राफ्टिंग लर्निंग विद पर्पज़फुल टूल्स” विषय पर व्याख्यान देने के साथ ही हैंड्स-ऑन प्रैक्टिस भी कराया। उन्होंने उद्देश्यपूर्ण डिजिटल टूल्स के चयन और उनके प्रभावी उपयोग की आवश्यकता को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि सही डिजिटल टूल्स शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को अधिक संरचित और प्रभावी बनाते हैं। साथ ही, उन्होंने शिक्षकों को सीखने के लक्ष्यों के अनुरूप डिजिटल संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग का सुझाव दिया। तीसरे सत्र में डॉ. राजा पाठक ने “बियॉन्ड बटन्स एंड स्क्रीन्स:एम्पावरिंग टीचिंग थ्रू डिजिटल मास्टरी” विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने डिजिटल तकनीकी को केवल उपकरण तक सीमित न रखकर शिक्षण दक्षता से जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने बताया कि डिजिटल महारत शिक्षकों को अधिक आत्मविश्वासी और प्रभावी बनाती है। साथ ही, उन्होंने शिक्षण में तकनीक के सार्थक और उद्देश्यपूर्ण प्रयोग का आह्वान किया।
चौथे सत्र में “द डिजिटल सिटिज़न” विषय पर प्रतिभागियों के लिए हैंड्स-ऑन गतिविधि आयोजित की गई। सत्र के दौरान प्रतिभागियों को मूक्स निर्माण की प्रक्रिया से व्यावहारिक रूप से परिचित कराया गया। वही, प्रत्येक प्रतिभागी ने डिजिटल नागरिकता की अवधारणा को ध्यान में रखते हुए पाँच मिनट का एक मूक्स वीडियो रिकॉर्ड किया। यह सत्र कौशल-आधारित रहा और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उत्तरदायी एवं प्रभावी शिक्षण सामग्री निर्माण को प्रोत्साहित करने में सहायक सिद्ध हुआ।
इस कार्यक्रम में श्रीलंका, बेलारूस, कम्बोडिया, इक्वाडोर, घाना, कजाकिस्तान, केन्या, मोरक्को, मोज़ाम्बिक, म्यांमार, नामीबिया, नेपाल, रूस, रवांडा, तंजानिया, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान, वियतनाम, इथियोपिया, ताजिकिस्तान, ज़ाम्बिया, ज़िम्बाब्वे, कोट द ईवोआर और ट्रिनिडाड एवं टोबैगो 24 देशों के 40 शिक्षक प्रतिभाग कर रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / श.चन्द्र

