छह महीने से बकाया मानदेय काे लेकर आशा बहुओं ने सीएमओ दफ्तर में जताया आक्रोश
कानपुर, 15 दिसंबर (हि.स.)। दिन रात नौकरी करने के बाद भी हमें महीने में केवल 2500 रुपये ही मिलते हैं। इतने पैसों में गुजारा नहीं हो पता है। इतने कम रुपए मिलने के बाद भी कई हमारे ऐसी साथी महिलाएं भी हैं। जिनका छह-छह महीनों से पेमेंट ही नहीं आया और जब आता भी है तो वह टुकड़ों में आता है। जिसे लेकर हमने कई बार संबंधित अधिकारियों को भी अवगत कराया लेकिन किसी ने भी इस ओर को ध्यान नहीं दिया। जिस वजह से आज मजबूरन हमें यहां पर प्रदर्शन करना पड़ रहा है। यह बातें सोमवार को सीएमओ दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रही आशा बहुओं ने कही।
चकेरी के रामादेवी स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) दफ्तर के बाहर सोमवार को सैकड़ों आशा बहुओं ने वेतन बढ़ाने की मांग समेत अन्य मांगों को लेकर धरने पर बैठ गयीं। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी करते हुए सीएमओ को मांग पत्र साैंपा। सीएमओ ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को समझा बुझाकर शांत करवाया।
प्रदर्शनकारी आशा बहू प्रिया ने बताया कि हमारे प्रमुख मांगों में 45/46 में भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश के अनुरूप राज्य स्वास्थ्य कर्मी का दर्जा देकर मातृत्व अवकाश, न्यूनतम वेतन, भविष्य निधि, पेंशन, 50 लाख का जीवन बीमा गारंटी और 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा भी दिया जाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरि दत्त नेमी ने कहा कि आशा बहुओं से मांग पत्र ले लिया गया है। उनकी मांगों को लेकर शासन को अवगत कराया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप

