आर्थिक आधार पर आरक्षण और जाति को समाप्त करना जरूरी : डॉ विशेष गुप्ता
मुरादाबाद, 15 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार आयोग के पूर्व अध्यक्ष मुरादाबाद निवासी
डॉ. विशेष गुप्ता ने नोएडा में प्रेरणा विमर्श–2025 : नवोत्थान के नए क्षितिज राष्ट्रीय विमर्श में भाग लिया। डॉ. विशेष गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय विमर्श में उन्होंने सामाजिक नवोत्थान के लिए आर्थिक आधार पर आरक्षण और जाति को समाप्त करना जरूरी बताया।
नवोत्थान के नए क्षितिज पर विस्तृत मंथन किया।
डाॅ. विशेष गुप्ता ने बताया कि प्रेरणा शोध संस्थान न्यास के तत्वावधान में नोएडा के सेक्टर-62 स्थित राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान में आयोजित ‘प्रेरणा विमर्श–2025’ के अंतर्गत ‘नवोत्थान के नए क्षितिज’ कार्यक्रम के समापन पर देश के मीडियाकर्मियों, विचारकों और विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों ने समसामयिक विषयों पर सारगर्भित विमर्श किया। इस अवसर पर संघ की ‘केशव संवाद’ पत्रिका के विशेषांक का विमोचन भी किया गया।
राष्ट्रीय विमर्श में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य रूपेश कुमार ने कहा कि एक समय दुनिया का 25 प्रतिशत व्यापार भारत से होता था। आज युवा भारत की सबसे बड़ी शक्ति हैं। वी केयर फिल्म फेस्टिवल एंड ब्रदरहुड के निदेशक सतीश कपूर ने कहा कि उन्होंने भारतीय संस्कार,समानता और सम्मान का संदेश अपनी फ़िल्मों के माध्यम से दिया है। हमें यह देखना होगा कि हम अपने आस-पास के लोगों के साथ कैसा व्यवहार कर रहे हैं। वर्ष 2014 के बाद समाज की सोच में सकारात्मक परिवर्तन आया है।
तीसरे सत्र में सांस्कृतिक क्षेत्र में नवोत्थान विषय के अंतर्गत ‘जननी जन्मभूमिश्च’ पर अभिनेता एवं रंगकर्मी मनोज जोशी ने कहा कि भारतीयता के मूल में अध्यात्म है। तुष्टीकरण की प्रवृत्ति फिल्मों तक में दिखाई दी, किंतु भारतीय दर्शन, शास्त्र, पुराण और वेदों की परंपरा अटूट रही। सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रचार टोली के सदस्य राजीव तुली ने कहा कि भारत भूमि के मौलिक संस्कार कभी समाप्त नहीं हो सकते। समाज जैसी शिक्षा और संस्कार पाएगा, वैसा ही उसका स्वरूप बनेगा।
आरएसएस प्रचार विभाग के क्षेत्र के स्तंभ लेखन आयाम के प्रमुख डॉ. विशेष गुप्ता ने सामाजिक नवोत्थान से जुड़े इस विमर्श में भाग लेते हुए भारत में सामाजिक नवोत्थान के बारे स्पष्ट कहा कि सामाजिक आरक्षण का आधार आर्थिक रूप से कमजोर लोगों तक पहुँचाये बिना और सभी क्षेत्रों में जाति को समाप्त किये बिना सामाजिक नवोत्थान की संकल्पना अधूरी रहेगी।
ज्ञात हो कि डॉ. गुप्ता २०२३ के भारत के स्व के आत्मबोध से जुड़े विमर्श के संयोजक रहे थे।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के प्रचार प्रमुख कृपाशंकर, प्रेरणा शोध संस्थान न्यास की अध्यक्ष प्रीति दादू, प्रेरणा विमर्श–2025 के अध्यक्ष अनिल त्यागी, समन्वयक श्याम किशोर सहाय, सह संयोजक अखिलेश चौधरी, सचिव मोनिका चौहान, नोएडा विभाग के संघचालक सुशील कुमार, राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष प्रो. अखिलेश मिश्रा सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ऋतु दुबे तिवारी, डॉ. मनमोहन सिसोदिया एवं मोनिका चौहान ने संयुक्त रूप से किया।
हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल

