अटलजी भारत माता के सच्चे सपूत थे : डॉ नरेंद्र सिंह गौर

अटलजी भारत माता के सच्चे सपूत थे : डॉ नरेंद्र सिंह गौर
WhatsApp Channel Join Now
अटलजी भारत माता के सच्चे सपूत थे : डॉ नरेंद्र सिंह गौर


- अटल काव्योत्सव का हुआ आयोजन

प्रयागराज, 24 दिसम्बर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी कार्यालय सिविल लाइंस में भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के तत्वावधान में भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेई के जयंती की पूर्व संध्या पर अटल काव्योत्सव का आयोजन किया गया जिसमें अटल के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा तत्पश्चात कवि सम्मेलन हुआ। मुख्य अतिथि वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ नरेंद्र सिंह गौर ने कहा अटल जी भारत के सच्चे सपूत थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संगठित करते हुए पार्टी को अपने त्याग और तपस्या से सींचने का काम किया है।

अध्यक्षता करते हुए भाजपा महानगर जिलाध्यक्ष राजेंद्र मिश्र ने अटल को सच्चा राष्ट्रभक्त बताते हुए कहा कि अटलजी ने अपना पूरा जीवन देश को समर्पित कर दिया। विशिष्ट अतिथि महापौर गणेश केसरवानी ने कहा अटल जी युग प्रणेता है। जिनकी प्रेरणा से आज भारत फिर से विश्व गुरु बनने के लिए बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है।

कार्यक्रम प्रभारी कुश श्रीवास्तव ने कहा कि आज वैश्विक परिप्रेक्ष्य में जहा युद्ध की स्थित बनी हुई है, वहां आज भारत एक शांति के प्रतीक के रूप समूचा विश्व बड़े आशा के साथ देख रहा है। अटल जी के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। कार्यक्रम संयोजक एवं भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ क्षेत्रीय सह संयोजक आभा मधुर ने कहा कि भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेई के व्यक्तित्व से आज के युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए। विशिष्ट अतिथि डॉ एलएस ओझा ने कहा अटल के व्यक्तित्व से और उनके जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। पूर्व विधायक प्रभात शंकर पांडे ने कहा कि अटल जी अजात शत्रु थे।

तत्पश्चात कवि सम्मेलन का शुभारम्भ आकांक्षा बुंदेला की वाणी वंदना के साथ हुआ। कवि सम्मेलन में प्रख्यात गीतकार शैलेंद्र मधुर ने अपना गीत प्रस्तुत किया तो श्रोतागण झूम उठे। अभिजीत मिश्रा अकेला रायबरेली ने अपने काव्य पाठ कर कवि सम्मेलन की शुरुआत की। कवि सम्मेलन का संचालन कर रहे योगेश ओझा झमाझम ने अपने काव्य पाठ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। गीतकार आनंद श्रीवास्तव ने अपने गीतों से लोगों को आह्लादित किया।

भाजपा मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी ने बताया कि 25 दिसम्बर को सुशासन दिवस के रूप में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जन्म जयंती मनायी जाएगी। इसके साथ ही 1215 बूथों पर अटल जी की जन्म जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्या कान्त

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story