युग शक्ति गायत्री चेतना केंद्र गायत्री परिवार ट्रस्ट ने माता गायत्री जयंती, गंगा दशहरा पर किया पंचकुंडीय महायज्ञ
- संस्कारों का हमारे जीवन में बहुत महत्व : मृदुला त्यागी
- महायज्ञ का उद्देश्य जन-जन को गायत्री माता और यज्ञ से जोड़ना : शालिनी मल्होत्रा
मुरादाबाद, 16 जून (हि.स.)। युग शक्ति गायत्री चेतना केंद्र गायत्री परिवार ट्रस्ट मुरादाबाद के तत्वावधान और अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशन में रविवार को माता गायत्री जयंती, गंगा दशहरा एवं गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य के के महाप्रयाण दिवस पर पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। महायज्ञ की प्रवचन एवं मंत्रों उच्चारण कर्ता मृदुला त्यागी एवं शालिनी मल्होत्रा रहीं। कार्यक्रम का संचालन पूनम चौधरी के द्वारा किया गया।
मृदुला त्यागी ने संस्कार दिवस बाल दीक्षा दिवस बाल कल्याण दिवस महापरायण दिवस का महत्व बताया एवं विद्या संस्कार अन्नप्राशन संस्कार आदि संस्कार कराये। उन्होंने कहा कि संस्कारों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है और यह संस्कार गर्भावस्था से ही प्रारंभ हो जाते हैं। गायत्री परिवार में गर्भावस्था संस्कार से प्रारंभ होकर 16 संस्कार कराए जाते हैं। आज के युग में हमें अपने बच्चों को यह संस्कार अवश्य देने चाहिए। इन सभी संस्कारों का उद्देश्य मनुष्य अनगढ़ से सुगढ़ बने, श्रेष्ठ बने, देव मानव महामानव बनें।
शालिनी मल्होत्रा ने कहा कि इस महायज्ञ का मुख्य उद्देश्य जन-जन को गायत्री माता और यज्ञ से जोड़ना है क्योंकि देव संस्कृति के निर्माता यज्ञ पित- गायत्री माता । यज्ञ से जोड़ने से मनुष्य में देवता का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण की संभावना सुनिश्चित हो सकेगी ।
महायज्ञ में सहयोगी केएल त्यागी, हरीश वर्मा, डा लवलेश चंद्र, राजीव गुप्ता, मनु वर्मा, शीला त्यागी रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/निमित
/सियाराम
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