युवा शिक्षा के साथ ही नैतिक मूल्यों के भी ध्वजावाहक : मनोज सिन्हा

युवा शिक्षा के साथ ही नैतिक मूल्यों के भी ध्वजावाहक : मनोज सिन्हा
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युवा शिक्षा के साथ ही नैतिक मूल्यों के भी ध्वजावाहक : मनोज सिन्हा


गाजीपुर, 18 फरवरी (हि.स.)। वैश्विक परिवर्तन के मुताबिक नौजवानों में क्या बदलाव आने चाहिए। नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर कैसे मिलेंगे। शिक्षण व्यवस्था विश्व स्तरीय कैसे हो। इसका प्रयत्न विगत 10 वर्षों में तेज गति से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किया गया है। यही कारण है कि आज युवा पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए अनंत अवसर प्राप्त हो रहे हैं। ये बातें रविवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कही। वे खरडीहा महाविद्यालय के दीक्षांत समारोह के अवसर बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ भारतवर्ष की सांस्कृतिक विरासत और नैतिक मूल्यों के भी आप ध्वजवाहक हैं, इसका ख्याल रखिएगा। युवाओं से उम्मीद जताई कि आप सभी प्रगति के इन अवसरों का लाभ उठाएंगे। इसके साथ समाज के ऐसे वर्ग जो उच्च और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से अब तक वंचित हैं, उन तक शिक्षा की रोशनी पहुंचाने का काम भी करेंगे।

मनोज सिन्हा ने कहा कि 13 फरवरी को बृज मंगल राय, ‘जिन्हें लोग आदर से मंत्री जी कहते थे’ कि पुण्यतिथि थी, उसमें उपस्थित नहीं हो सका। आज मंत्री जी के कर्मठ और संघर्षमय जीवन के वट वृक्ष समान इस महाविद्यालय में आकर मुझे उन्हें नमन करने का अवसर मिला है। यहां शिक्षा प्राप्त कर रहे सभी विद्यार्थियों से अपेक्षा करता हूं कि मंत्री जी के निष्काम, कर्म सेवा और करुणा के मूल्य को अपने जीवन में जरूर ढालेंगे और प्राप्त साध्य आप सबके जीवन का ध्येय बने।

उन्होंने स्वामी विवेकानंद के कथन का उद्धृत करते हुए कहा कि आज इस महाविद्यालय की उपाधि लेकर कर्म क्षेत्र में प्रवेश करने वाले सभी छात्रों से कहना चाहता हूं कि आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ भारतवर्ष की सांस्कृतिक विरासत और नैतिक मूल्यों के भी आप ध्वजवाहक हैं, इसका सदैव ध्यान रखिएगा। मैं मानता हूं युवा चेतना अतीत से प्रेरणा लेकर भविष्य के लक्ष्यों के दिशा में काम करती है। आपके इरादे स्पष्ट होने चाहिए आपके हौसले बुलंद होने चाहिए, क्योंकि आप ही समाज की नये भविष्य की दिशा तय करने वाले हैं। राष्ट्र का निर्माण आपको करना है।

पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ वंदना सिंह ने कहा कि हम आभारी हैं बृजमंगल राय जी के, जिनमें शिक्षा को स्थापित करने के लिए दूरदर्शिता, क्षमता और दृढ़ता थी। हम उन्हें नमन करते हैं।

इस अवसर पर महाविद्यालय के कुल 27 छात्र-छात्राओं को उपाधि तथा छात्रों को गोल्ड मेडल मुख्य अतिथि जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल तथा कुलपति वंदना सिंह के कर कमलों से दिया गया। मानव मूल्य एवं मानवाधिकार पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इससे पहले विद्यालय प्रबंधक शशिकांत राय, प्राचार्य कुंवर भानु प्रताप सिंह आदि के द्वारा अतिथियों को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि प्रेमनारायण सिंह ने भी सम्बोधित किया। स्वागत उद्बोधन प्राचार्य कुंवर भानु प्रताप सिंह ने दिया। समारोह का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री उपेन्द्र तिवारी भी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/आकाश

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