जनता की अंतिम आशा की तरह है याचिका समिति : सत्यपाल सिंह
बिजनौर, 19 मार्च (हि .स.) | उत्तर प्रदेश विधान परिषद की याचिका समिति के सभापति के सभापतित्व में जिला बिजनौर के निर्धारित बिंदुओं की समीक्षा बैठक आज पूर्वाह्न कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा विदुर सभागार में आयोजित की गई। इस अवसर समिति के सदस्यगण जितेंद्र सिंह सेंगर, विजय बहादुर पाठक, हरि सिंह ढिल्लों, जिलाधिकारी जसजीत कौर, पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा, मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, परियोजना निदेशक डीआरडीए ज्ञानेश्वर तिवारी सहित अन्य संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
सभापति उत्तर प्रदेश विधान परिषद की याचिका समिति ने कहा कि याचिका समिति जनता की अंतिम आशा की तरह है। जो सामान्य जनप्रतिनिधियों के माध्यम से अपनी याचिका सदन में प्रस्तुत करते हैं इसके निराकरण के लिए उसकी याचिका समिति के सुपुर्द किया जाता है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की याचिकाओं को लापरवाही से ना लें पूर्ण गंभीरता प्राथमिकता और त्वरित गति से उनका निस्तारण करना सुनिश्चित करें ताकि वादी को उसका लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए की याचिका समिति के अंतर्गत प्रस्तुत होने वाले जो भी प्रकरण निस्तारित हो जाए उनको तत्काल समिति को भी सूचित करना सुनिश्चित करें ताकि लंबित प्रकरणों से उक्त प्रकरण को खारिज किया जा सके।
उन्होंने लंबित प्रकरणों पर जिला स्तर पर की गई कार्रवाई पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जिला स्तर के अधिकारी सकारात्मक दिशा में बढ़े हैं। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में भी इसी प्रकार प्रकरणों के निस्तारण में संवेदनशीलता बनी रहेगी। बैठक में समिति द्वारा कुल 08 लंबित प्रकरणों पर समीक्षा करते हुए संज्ञान में आया कि लोक निर्माण विभाग से संबंधित दोनों प्रकरणों को संतोषजनक रूप से निस्तारित किया जा चुका है। जबकि समाज कल्याण एवं पंचायती राज विभाग से संबंधित दोनों प्रकरणों को भी पूर्ण कराया जा चुका है। पर्यटन विभाग तथा समाज कल्याण विभाग से संबंधित दो प्रकरणों पर कार्यवाही प्रगति पर है।
उन्होंने बताया कि विदुर कुटी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए शासन पूर्ण गंभीर और संवेदनशील है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिलाधिकारी के माध्यम से विदुर कुटी को पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए तथा गंगा की धारा को विदुर कुटी तक लाने के लिए कार्य योजना बनाएं और उसे शासन को प्रेषित करें ताकि समिति के माध्यम से भी उसको स्वीकृत करने में अपना योगदान दिया जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार / नरेन्द्र

