व्यवसाय में साइबर खतरे व जोखिम महत्वपूर्ण चुनौती : अमित दुबे

व्यवसाय में साइबर खतरे व जोखिम महत्वपूर्ण चुनौती : अमित दुबे
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व्यवसाय में साइबर खतरे व जोखिम महत्वपूर्ण चुनौती : अमित दुबे


--ट्रिपल आईटी में डेटा संचालित उद्यमिता से उत्प्रेरक नवाचार पर कार्यशाला शुरू

प्रयागराज, 12 फरवरी (हि.स.)। साइबर खतरे और जोखिम लगातार बढ़ रहे हैं जो सभी आकार के व्यवसायों के लिए महत्वपूर्ण चुनौतियां पैदा कर रहे हैं। आज की डिजिटल दुनिया में उद्यमिता में साइबर सुरक्षा के महत्व को कम करके आंका नहीं जा सकता है। उक्त विचार राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ और टेक महिंद्रा में मेकर्स लैब के प्रमुख अमित दुबे ने भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) इलाहाबाद के प्रबंधन अध्ययन विभाग द्वारा एमएसएमई मंत्रालय के सहयोग से आयोजित “डेटा-संचालित उद्यमिता से उत्प्रेरक नवाचार“ विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए झलवा परिसर में सोमवार को व्यक्त किया।

मुख्य अतिथि श्री दुबे ने डेटा-संचालित उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं के माध्यम से प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करने के लिए अपने अनुभव को साझा किया। उन्होंने कहा कि उद्यमियों को असंख्य साइबर सुरक्षा जोखिमों का सामना करना पड़ता है जो उनके संचालन, प्रतिष्ठा और वित्तीय स्थिरता को खतरे में डाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में अस्तित्व और विकास के लिए इन खतरों को पहचानना और उनका समाधान करना महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि साइबर-सुरक्षा उल्लंघन के परिणाम उद्यमशीलता उद्यमों के लिए विनाशकारी हो सकते हैं। उद्यमियों के लिए अपनी सम्पत्ति की सुरक्षा और सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए साइबर सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देना आवश्यक है। उन्होंने किसी भी उद्योग शुरू करने में आने वाले चुनौतियों का उल्लेख किया। बिना खतरा मोल लिए कोई भी उद्योग के क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ सकता। हम सभी डेटा आधारित सोचते हैं, वैसा ही करते हैं।

ट्रिपल आईटी के प्रभारी निदेशक प्रोफेसर जीसी नंदी ने कहा कि डेटा संचालित उद्यमिता, विकास के लिए ढेर सारे लाभ और अवसर प्रदान करती है। डेटा का लाभ उठाकर, उद्यमी ग्राहक व्यवहार, प्राथमिकताओं और बाजार की मांगों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह जानकारी उन्हें वैयक्तिकृत पेशकश बनाने, विपणन अभियान तैयार करने और संसाधन आवंटन को अनुकूलित करने में सक्षम बनाती है। इसके अतिरिक्त, डेटा-संचालित उद्यम नई राजस्व धाराओं को उजागर कर सकते हैं, परिचालन क्षमता बढ़ा सकते हैं और एक चुस्त और अनुकूलनीय व्यावसायिक संस्कृति विकसित कर सकते हैं।

कार्यशाला की समन्वयक डॉ.अनुरिका वैश्य ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य उद्यमशीलता उद्योग में डेटा की शक्ति को उजागर करके नवाचार को प्रज्वलित करना है। कार्यशाला इस बात की व्यापक समझ प्रदान करेगी कि व्यवसाय विकास और सफलता को आगे बढ़ाने के लिए डेटा का उपयोग कैसे किया जा सकता है। प्रतिभागी डेटा का प्रभावी ढंग से लाभ उठाने और उद्यमशीलता परिदृश्य में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त हासिल करने के लिए विभिन्न रणनीतियों, उपकरणों और तकनीकों का पता लगाएंगे। इस परिवर्तनकारी कार्यक्रम में 20 नवोदित उद्यमी भाग ले रहे हैं।

इस अवसर पर ट्रिपल आईटी के प्रबंधन अध्ययन विभाग की प्रमुख डॉ.प्रज्ञा सिंह ने कहा कि यह कार्यशाला महत्वाकांक्षी उद्यमियों, व्यापार मालिकों और अपने उद्योग को बढ़ावा देने के लिए डेटा का लाभ उठाने में रुचि रखने वाले व्यक्तियों के लिए डिज़ाइन की गई है। चाहे आप तकनीक-प्रेमी पेशेवर हों या उद्यमिता की दुनिया में नए हों, यह कार्यशाला आपको डेटा-संचालित परिदृश्य को सफलतापूर्वक नेविगेट करने में मदद करने के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान करती है।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/बृजनंदन

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