कार्य पहले टेंडर बाद में, मामला उजागर होने पर जिम्मेदारों ने टेंडर किया निरस्त
जौनपुर, 27 अगस्त (हि.स.)। योगी सरकार की भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कोशिश नाकाफी साबित हो रही है। सरकारी अधिकारी और कर्मचारी ही सरकारी व्यवस्था काे लचर बनाने में लगे हुए हैं। जफराबाद नगर पंचायत में जिम्मेदारों द्वारा मनमाने तरीके से टेंडर निकालने तथा कार्य करने का मामला उजागर हुआ तो जिम्मेदार हरकत में आ गये और आनन- फानन में टेंडर को निरस्त कर दिया गया।
नगर पंचायत में 22 अगस्त को मोहल्ला नैपुरा में 147 मीटर नाली तथा सड़क निर्माण कार्य के लिए टेंडर की तारीख रखी गई। पांच लाख 22 हजार की लागत से उक्त कार्य को कराए जाने का टेंडर किया गया। लेकिन समय अवधि पूरा होने के बाद भी नगर पंचायत में टेंडर अभी तक नहीं खुला। जबकि नगर पंचायत में टेंडर निकालने से पहले ठेकेदार उक्त कार्य को लगभग पूरा कर लिया था। मनमाने तरीके से टेंडर तथा कार्य करने की खबर को पत्रकारों द्वारा पूछने पर अपर जिलाधिकारी गणेश प्रसाद सिंह ने नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी से स्पष्टीकरण के लिए पत्र जारी किया।
मंगलवार को इस मामले में जानकारी लेने पर गणेश प्रसाद सिंह ने बताया कि अधिशासी अधिकारी जफराबाद विजय कुमार सिंह ने स्पष्टीकरण में बताया है कि उक्त कार्य की जानकारी हमारे संज्ञान में नहीं था। इसलिए भूल वश यह टेंडर निकल गया। टेंडर को निरस्त कर दिया गया। मनमाने तरीके से काम करने तथा ठेकेदार का पैसा लगने के भुगतान के सम्बंध में पूछे जाने पर अपर जिलाधिकारीने कहा कि इसके जिम्मेदार नगर पंचायत अध्यक्ष हैं, भुगतान के सम्बंध में वही जाने।
हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव / विद्याकांत मिश्र
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