मजदूरों को बांग्लादेशी बताकर मारपीट के आरोप में बंद पिंकी चौधरी को राखी बांधने जेल पहुंची महिलाएं
गाजियाबाद, 18 अगस्त (हि.स.)। मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र में रह रहे मजदूरों को बांग्लादेशी बताकर उनके साथ मारपीट करने के आरोप में बंद हिन्दू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी को राखी बांधने के लिए रविवार को कई महिलाएं डासना जेल पहुंची। हालांकि पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया और केवल पांच महिला को ही अंदर जाने की अनुमति दी और राखियां अंदर तक पहुंचवाई गयी।
रविवार की सुबह डासना जिला जेल पर काफी संख्या में महिलाएं जेल में बंद पिंकी चौधरी को राखी बांधने पहुंची। मगर पुलिस ने सभी को जेल की सीमा पर रोक दिया। इसमें कुछ पुरूष भी शामिल थे।
महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष प्राची ने दावा किया कि पिंकी को राखी बांधने के लिए सैकड़ों की तादाद में महिलाएं थीं और 500 राखी लाई थीं। मधुबन बापूधाम क्षेत्र के गुलधर इलाके में खाली मैदान में झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे मजदूरों को बांग्लादेशी बताकर हमलावरों ने उन्हें लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा था और उनकी झुग्गियां तोड़ डालीं। इस दौरान एक झुग्गी में आग भी लग गई। अचानक हुए हमले से डरे-सहमे 15 मजदूर परिवार शनिवार सुबह सामान समेटकर चले गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हरकत में आई पुलिस ने हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष राजेंद्र नगर निवासी पिंकी चौधरी उर्फ भूपेंद्र चौधरी और 15-20 अज्ञात के मामला दर्ज कर लिया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 अगस्त को पिंकी चौधरी और बसंत कुंज निवासी बादल उर्फ हरिओम को गिरफ्तार कर लिया था। तभी से पिंकी जेल में बंद है।
पुलिस के मुताबिक पिंकी चौधरी साहिबाबाद थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ पहले से 16 केस दर्ज हैं। उसने वीडियो जारी कर धमकी दी थी कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले नहीं रुके तो वह गाजियाबाद में रह रहे बांग्लादेशियों को खदेड़ देगा। इस धमकी का वीडियो भी वायरल हुआ था। लेकिन पुलिस ने तीन दिन में कोई कार्रवाई नहीं की थी। दबाव बढ़ने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की।
हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली / राजेश
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।