नारी एक शक्तिपुंज है, केवल खुद को पहचानने की आवश्यकता : डॉ.बबीता चौहान

लखनऊ, 07 मार्च(हि.स.)। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 की बधाई देते हुए कहा कि नगर एवं ग्रामीण हर क्षेत्र की महिला आज सशक्तीकरण की राह पर अग्रसर है। वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो चुकी है। आज नारी अवला नहीं, सवला है। मेरा अपना मानना है कि नारी एक शक्तिपुंज है, बस केवल खुद को पहचानने की आवश्यकता है।
डॉ. बबीता सिंह चौहान ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस नारी सशक्तीकरण का पर्याय बन गया है। सम्पूर्ण विश्व में 08 मार्च अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रदेश की सभी महिलाओं को भरोसा दिलाती हूं कि उ.प्र. राज्य महिला आयोग महिलाओं की मदद के लिए निरन्तर प्रयत्नशील रहेगी। प्रदेश में महिला उत्पीड़न की रोकथाम, दोषियों के खिलाफ त्वरित व कड़ी कार्यवाही कराने के साथ-साथ आर्थिक सशक्तीकरण, शिक्षा व स्वास्थ्य के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।
डॉ. बबीता ने कहा कि सभी महिलायें को स्वावलम्बी, शिक्षित व आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए महिला आयोग एवं अन्य विभिन्न संस्थायें महिला को सशक्त बनाये जाने में प्रभावी भूमिका का निर्वाहन कर रहे हैं। आज महिलाएं सभी क्षेत्रों में अपना सार्थक योगदान प्रदान कर रही हैं। महिलाओं के सम्मान की शुरूआत सर्वप्रथम अपने घरों से करनी चाहिए तथा घर के सभी पुरूष सदस्यों को समाज की सभी महिलाओं को सम्मान प्रदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / श.चन्द्र