जंगली जानवर ने युवक पर किया हमला, ग्रामीणों ने पीट-पीट कर मार डाला

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जंगली जानवर ने युवक पर किया हमला, ग्रामीणों ने पीट-पीट कर मार डाला


कानपुर देहात, 01 अक्टूबर (हि.स.)। जनपद के अकबरपुर थानाक्षेत्र में इन दिनों खूंखार जंगली जानवर की दहशत फैली हुईं है। जंगली जानवर गांव के लोगों पर हमला कर रहे हैं। ऐसा ही साेमवार काे हुआ। कस्बा में एक युवक पर हमला किया। जानवर के हमले में ग्रामीण घायल हाे गया। उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी है और ग्रामीणों ने जानवर को घेर लिया। लाठी डंडाें से लैस ग्रामीणाें की पिटाई े जंगली जानवर की मौत हो गई। वन विभाग के अधिकारियों ने जंगली जानवर की पहचान सियार के रूप में की। साथ ही कार्रवाई तेजी से किए जाने की बात कही।

कानपुर देहात के अकबरपुर वन रेंज क्षेत्र के जिंदौरा गांव में बीते दिनों से जंगली जानवर के आतंक से लोग परेशान थे। आए दिन जंगली जानवर लोगों पर हमला कर घायल कर रहा था। जिसके चलते लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया था। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी। वन विभाग के अधिकारियों ने टीम के साथ जंगली जानवर को पकड़ने का प्रयास शुरू कर दिया। इस बीच साेमवार काे जंगली जानवर ने ग्रामीण उमाशंकर (26) पर साेमवार की शाम हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गया। उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। इसके बाद ग्रामीणों में दहशत और बढ़ गई। वहीं वन विभाग की टीम तेजी से ग्रामीणों के साथ मिलकर जंगली जानवर को पकड़ने में लग गई। बीती रात ग्रामीणों ने जंगली जानवर काे घेर लिया और मारपीट कर मरणासन्न कर दिया। उपचार के लिए उसे पशु अस्पताल ले गए, जहां उसकी मौत हो गई।

वन क्षेत्राधिकारी सर्वेश कुमार भदौरिया ने बताया कि जंगली जानवर सियार था, जो ग्रामीणों पर हमला कर रहा था। जंगली जानवर के हमले काे लेकर परेशान ग्रामीणों ने उसे घेर लिया। ग्रामीणाें की पिटाई से उसकी (सियार) माैत हाे गई।वन क्षेत्राधिकारी का कहना है कि हाल के दिनाें में हुई भारी बारिश के चलते जंगलाें से जानवराें

ने आबादी क्षेत्र का रूख किया है। इसी क्रम में अकबरपुर इलाके में भी इन दिनाें जंगली जानवराें की चहल कदमी बढ़ गई है। ऐसे में उनके द्वारा ग्रामीणाें पर हमले के

मामले सामने आए हैं।वन विभाग की टीमें लगी हुई हैं कि उन्हें वापस जंगलाें में रेस्क्यू या हाका लगाकर पहुंचाया जाए ताकि लाेगाें पर जंगली जानवराें के हमले की

घटनाएं न हाें।

हिन्दुस्थान समाचार / अवनीश अवस्थी

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