खुद मुसलमान क्यों नहीं बन जाते सपा सांसद रामजी लाल सुमन : डॉ.निर्मल
लखनऊ, 27 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के पूर्व चेयरमैन और विधान परिषद सदस्य डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद रामजीलाल सुमन के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि अगर उत्पीड़न के कारण दलित धर्मांतरण करके मुस्लिम या ईसाई बन रहा है तो दलितों का सबसे ज्यादा उत्पीड़न सपा सरकार में ही हुआ है, तो उस समय दलित समाज के लोगों ने धर्मांतरण क्यों नहीं किया। खुद सपा सांसद रामजीलाल सुमन भी अपना उत्पीड़न होने और सम्मान न मिलने की बात कहते हैं तो वह खुद क्यों मुस्लिम बन जाते हैं।
डॉ. निर्मल ने कहा कि धर्मांतरण कोई विकल्प नहीं है। इसके खिलाफ अपनी लड़ाई व्यवस्था में रहकर ही लड़नी होगी। खुशी इस बात की है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस तरह की व्याप्त कुरीतियों और जाति भेदभाव के नाम पर सख्त रुख अपनाया है। इसी का नतीजा है कि यूपी में दलित उत्पीड़न की घटनाओं में काफी कमी आई हैं। अगर कहीं किसी जिले से दलित उत्पीड़न की घटनाओं की जानकारी होती है तो वे उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करते हैं। आज विभिन्न योजनाओं के तहत दलितों का सामाजिक आर्थिक सशक्तिकरण हो रहा है
उन्होंने आगे कहा कि सपा ने अपने कार्यकाल में डा. आंबेडकर को अपमानित कर उनकी पहचान मिटाने की कोशिश की थी। मोदी योगी की सरकार आने के बाद डा. आंबेडकर को सम्मानित कर उनके बड़े बड़े स्मारक बनवा रहे हैं। उनकी इसी नीति से प्रभावित होकर उनके नेतृत्व में दलित समाज भाजपा से जुड़ रहा है। अब दलित धर्मांतरण नहीं कर रहा, इसीलिए उसे धन का लालच देकर मुस्लिम-ईसाई बनाया जा रहा है। ऐसे छांगुरों के खिलाफ योगी सरकार कठोरतम कार्रवाई कर रही हैं, जिसका दलितों की ओर से स्वागत किया जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दीपक

