भाजपा को चार सौ पार की आवश्कता क्यों? : दिग्विजय सिंह
लखनऊ, 18 मई (हि.स.)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के बरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पर एक प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा को आखिर में चार सौ पार की आवश्कता क्यों पड़ी। भाजपा के कई सांसद व नेताओं ने संविधान को बदलने की जो मंशा जताई है वह अपने आप में चिंता उत्पन्न करता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा का देश में नया भारतीय संविधान लाने का कुटिल प्रयास है। आज जो देश के हालात हैं तो उनका प्रमुख मुद्दा तो यही है। हमने संविधान को पास करके संसदीय प्रणाली को अपनाया और संसदीय प्रणाली अपनाने के बाद सरकार बनने के बाद जो वह नियम और कानून बनाती हैं उसमें वह परिलक्षित होती है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि एक जमाने में लाखों लोग भूख से मर जाते थे, क्योंकि देश में इतना अनाज पैदा नहीं होता था लेकिन आज हम निर्यात करने की स्थिति में हैं। मैं जानना चाहता हूं कि 10 सालों में मोदी सराकर ने कौन सा ऐसा कदम उठाया जिससे किसान या मजदूर का कोई लाभ हुआ हो। किसान सम्मान निधि के नाम पर वह समझते हैं कि उन्होंने बहुत बड़ा काम कर दिया। छह हजार रूपये प्रतिवर्ष दे तो रहे हैं, लेकिन खाद की कीमत बढ़ा दी जो खाद की बोरी 400 से 600 रूपये में मिलती थी आज 1200 से 1400 रूपये में मिल रही है और बोरी का वजन 50 किलो से 45 किलो, 45 किलो से 40 किलो कर कम कर दिया। वहीं डीजल का दाम भी बढ़ा दिया।
उन्होंने का कि किसान की उपज का दाम नहीं बढ़ा। तिलहन से तेल और दलहन से दाल, अनाज से आटा, तिलहन, दलहन, अनाज का भाव आज लगभग वही है। लेकिन दाल, खाने का तेल और आटा आदि उनके भावों में तीन गुने की वृद्धि हुई है। यानि किसान की मेहनत से उगाये गये अनाज का भाव नहीं बढ़ा।
उन्होंने कहा कि 2024 में गठबंधन की सरकार बनने के बाद 4 जुलाई से गरीब महिलाओं के खाते में 8500 रूपये प्रतिमाह दिये जायेंगे। स्नातक पास युवाओं को आप्रेन्टिसशिप के दौरान 1 लाख रूपये सालाना दिया जायेगा। और यह गारंटी हमारे घोषणा पत्र में हस्ताक्षर के साथ दी गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नरेगा जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं का विरोध कर मजदूरों के हितों की अनदेखी की। मनरेगा की वजह से ही पूर्वांचल और बुंदेलखंड से पलायन का रोका गया था, परन्तु सरकार आज उनकी भी मजदूरी नहीं दे पा रही है। हमारा वादा है कि हम सरकार में आते ही मनरेगा की मजदूरी प्रतिदिन 400 रुपये देंगे। जबकि भाजपा पिछले 10 सालों में मनरेगा मजदूरों की मजदूरी 7 रुपये बढ़ाकर 237 रूपये करके उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर बनाने का काम किया है।
प्रेसवार्ता में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अभय दुबे, उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के चेयरमैन पूर्व मंत्री डॉ0 सी0पी0 राय, प्रदेश प्रवक्ता शुचि विश्वास व प्रियंका गुप्ता की उपस्थिति रही।
हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/राजेश
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