कैंसर के प्रति स्वयंसेवकों ने किया जागरूक
झांसी, 09 नवंबर (हि. स.)। राज्य परिवार नियोजन सेवा अभिनवीकरण परियोजना एजेंसी (सिफ्सा) बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय ने आज चयनित ग्राम पंचायत गढ़मऊ में ग्रामीणों को कैंसर के प्रति जागरूक किया एवं इससे बचाव के उपाय बताए। सिफ्सा ने इस कार्यक्रम का आयोजन आउटरीच कार्यक्रम के अंतर्गत किया। सिफ्सा की नोडल अधिकारी डा श्वेता पाण्डेय ने बताया कि सिफ्सा अंतर्गत प्रशिक्षित पीयर एजुकेटर्स ने आज गढ़मऊ ग्राम पंचायत में ग्रामीणों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया।
उन्होंने बताया कि कैंसर के कारण दुनिया में सबसे अधिक मौत होती है और इससे बचाव बहुत जरुरी है। जागरूकता के द्वारा ही इससे बचा जा सकता है। युवा अवस्था में जब बच्चा प्रवेश करता है तो कई बार गलत संगत के कारण वह तम्बाकू एवं धुम्रपान का शिकार हो जाता है जो आगे चल कर परेशानी का कारण बन जाता है।
पीयर एजुकेटर निकेता ने बताया कि ग्रामीणों को जागरूक करने के साथ ही साथ कैंसर के प्रति उनकी जागरूकता का सर्वेक्षण किया गया। सर्वेक्षण में पाया गया कि लोगों को इसके बारे में बहुत ही कम जानकारी है। सर्वेक्षण के लिए कुल 10 प्रश्नों का निर्माण किया गया था जिसके आधार पर लोगों से जानकारी प्राप्त की गयी। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण के साथ ही साथ यह प्रयास किया गया कि इसके बारे में फैली भ्रान्ति के बारे में लोगों को बताया जाए एवं इससे बचने के उपायों पर भी जानकारी दी जाए।
उल्लेखनीय है कि दुनिया भर में 07 नवम्बर को कैंसर जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोगों को कैंसर की भयावहता के बारे में जानकारी देने के साथ ही साथ इससे बचने के प्रयासों के बारे में जागरूक किया जाता है। कैंसर की रोकथाम और जागरूकता के लिए देशभर में 7 नवंबर को ‘राष्ट्रीय कैंसर जागरुकता दिवस’ मनाया जाता है। गलत जीवनशैली, मोटापा और प्रदूषण के चलते आज देश में कैंसर रोगियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। युवा भी इस बीमारी की गिरफ्त से दूर नहीं है।
आंकड़ों के मुताबिक देशभर में 20 से 35 की उम्र के युवाओं में कैंसर के केसेज तेजी से बढ़ते जा रहे है. वहीं ऑन्कोलॉजिस्ट के मुताबिक युवाओं में कैंसर का प्रमुख कारण खराब जीवनशैली के साथ- साथ जेनेटिक भी है। इसके अलावा व्यायाम ना करना, जंक फूड का अधिक सेवन, ध्रूम्रपान, शराब का सेवन जैसी आदतें अपनी जीवन शैली में शामिल करने की वजह से भी युवाओं में कैंसर के मामले अधिक देखे जा रहे हैं। इस अवसर पर अलादीन, सत्यम, स्वाति, रौनक, उमाशंकर, राजेन्द्र कौर सोढ़ी ने सर्वेक्षण किया।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश/बृजनंदन
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