प्रतिभाशाली और ईमानदार नौकरशाह थे मुचकुंद दुबे : प्रो. सत्यकाम
-पूर्व विदेश सचिव के निधन पर कुलपति ने जताया शोक, दी श्रद्धांजलि
प्रयागराज, 27 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने भारत के प्रतिष्ठित पूर्व विदेश सचिव और जेएनयू के प्रतिष्ठित प्रोफेसर मुचकुंद दुबे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि एक अत्यंत प्रतिभाशाली और ईमानदार नौकरशाह के रूप में उन्होंने भारत का कई जगह प्रतिनिधित्व किया। वह 1957 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए। बांग्लादेश में उच्चायुक्त और संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्य किया।
कुलपति ने बताया कि कूटनीति से परे उनकी विद्वतापूर्ण गतिविधियां व्यापक थीं। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय, ऑक्सफ़ोर्ड और न्यूयॉर्क विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डिग्री और कलकत्ता विश्वविद्यालय से डी.लिट की उपाधि प्राप्त की। भारतीय विदेश सेवा से सेवानिवृत्ति के बाद जेएनयू में उन्होंने आठ साल तक अध्यापन किया, जो शिक्षा और अनुसंधान के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि प्रोफेसर दुबे का योगदान वैश्विक अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, विकास सहयोग और दक्षिण एशियाई सहयोग तक फैला हुआ है। उन्होंने इन विषयों पर कई किताबें और पत्र लिखे, जिन्होंने नीति और शिक्षा जगत पर गहरा प्रभाव छोड़ा। उनके शोध रुचि में विश्व अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और मौद्रिक प्रणाली, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और निरस्त्रीकरण, विकास सहयोग, विशेष रूप से दक्षिण एशियाई सहयोग और भारत में सामाजिक और आर्थिक विकास सम्बंधित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल थी। वह अपने पीछे प्रतिष्ठित राजनयिक सेवा और अर्थशास्त्र तथा अंतरराष्ट्रीय सम्बंधों में विद्वतापूर्ण योगदान की विरासत छोड़ गए हैं।
प्रोफेसर सत्यकाम ने उनके परिजनों को सांत्वना देते हुए उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुचकुंद दुबे के परिवार से उनका गहरा नाता था। उन्होंने इस क्षति को गहराई से महसूस किया। प्रो. दुबे का प्रयागराज से भी गहरा पारिवारिक नाता था। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विवि परिवार ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्याकान्त/आकाश
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।