वाराणसी में अमर वीर योद्धाओं की स्मृति में दशाश्वमेधघाट पर जले आकाश दीप
वाराणसी, 29 अक्टूबर (हि.स.)। गंगा सेवा निधि की ओर से अमर वीर योद्धाओं की स्मृति में कार्तिक महीने भर जलने वाले आकाश दीप कार्यक्रम की शुरुआत रविवार शाम दशाश्वमेध घाट पर हुई। तीन दशकों से राष्ट्र के अमरवीर योद्धाओं की स्मृति में चलने वाले आकाशदीप कार्यक्रम का समापन देव-दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के दिन किया जाएगा।
काशी में सदियों-सदियों से गंगा घाटों पर अपने पूर्वजों की स्मृति में, उनके स्वर्ग लोक की यात्रा के मार्ग को आलोकित करने के लिए आकाश-दीप जलाने की परम्परा रही है। 1999 में कारगिल युद्ध विजय के बाद गंगा सेवा निधि ने अमर शहीदों के पुण्य स्मृति में आकाश दीप संकल्प का विस्तारीकरण एवं राष्ट्रीय रूप दिया था। संस्था की ओर से भारत के अमर वीर योद्धाओं की स्मृति में सम्पूर्ण कार्तिक मास आकाशदीप जलाया जाता है। कार्यक्रम की शुरुआत गणपति वंदना, देशभक्ति गीतों तथा निधि के संस्थापक पं. सत्येन्द्र मिश्र को श्रद्धासुमन अर्पित करके की गई।
महापौर अशोक तिवारी, जिला न्यायाधीश न्यायमूर्ति डॉ. अजय कुमार विश्वेश, महानिदेशक, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एन.डी.आर.एफ.) अतुल करवाल, संयुक्त पुलिस आयुक्त, वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट डॉ0 के0 एजिलरसन और निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने अमरवीरों को नमन किया। सुशान्त मिश्र ने बताया कि निधि द्वारा आयोजित आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को समर्पित भव्य देव-दीपावली महोत्सव के साथ ही आकाश दीप का समापन किया जाता है। भारत के अमरवीर योद्धाओं को ‘भगीरथ शौर्य सम्मान’ से सम्मानित भी किया जाता है।
उन्होंने बताया कि आकाश-दीप से जुड़े कथानकों में ऐसी मान्यता है कि महाभारत युद्ध में प्राण विसर्जित करने वाले वीरों की स्मृति में भीष्म पितामह ने कार्तिक मास में दीप मालिकाओं से उन्हें संन्तर्पण दिया था। इसके साथ ही भारत की आजादी, स्वाधीनता, स्वतंत्रा के 75 साल के महोत्सव में भारत की अतीत के स्मृतियों को हम इस दीप के माध्यम से नमन कर रहें हैं। अमृत महोत्सव को विशेष स्मरण कर एक आकाश दीप गत वर्ष से ही हम निवेदित कर रहें हैं। 1999 में कारगिल युद्ध ने निधि को इस बात के लिए प्रेरित किया कि अतीत से लेकर आज तक के समस्त वीर योद्धाओं की स्मृति में आकाश-दीप जला कर अपनी भावान्जलि दी जाए।
इन अमर वीर योद्धाओं की स्मृति में जले आकाशदीप
186 BN CRPF शहीद सुनील कुमार पाण्डेय, शहीद हृदय नरायण सिंह (095021175 CT/GD), यूपी पुलिस फोर्स के शहीद संदीप निषाद, शहीद राघवेन्द्र सिंह, प्रयागराज में चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के दौरान शहीद संजीव कुमार, उत्तराखण्ड में बाढ़ और भूस्खलन के दौरान रेसक्यू करते समय शहीद हुये, रेलवे सुरक्षा बल के सुधीर कुमार सिंह, तेल टैंकर की चोरी को रोकने के प्रयास मे शहीद रविन्द्र प्रताप सिंह, संस्था के संस्थापक स्मृतिशेष पं. सत्येन्द्र मिश्र की स्मृति में आकाशदीप प्रज्ज्वलित किए गए।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दिलीप
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