वाराणसी के नगरीय आंगनबाड़ी केन्द्रों पर संचालित किए जाएंगे 'यूएचएसएनडी' सत्र
वाराणसी,05 दिसंबर(हि.स.)। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की पहल पर जिले के नगरीय आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ‘यूएचएसएनडी’ सत्र संचालित होंगे। यूएचएसएनडी, पोषण सहित मातृ एवं शिशु देखभाल के प्रावधान के लिए एक पहुंच (आउटरीच) गतिविधि है।
इसमें एएनएम गर्भवती व बच्चों का टीकाकरण करने के साथ एएनसी के लिए पंजीकरण, नियमित एएनसी, पोषण संबंधी सेवाएं जैसे बच्चों का वजन, लंबाई और गर्भावस्था के दौरान देखभाल, रेफरल आदि के लिए नियमित सूचना, शिक्षा व संचार (आईईसी) व व्यवहार परिवर्तन संचार (बीसीसी) गतिविधियां संचालित करती है। सत्र के प्रथम चरण से नगरीय क्षेत्र के 405 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (यूएचएसएनडी) सत्र संचालित हो रहे हैं।
मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी की इस पहल का उद्देश्य मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाना तथा घर के नजदीक ही लाभार्थियों को बेहतर व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कराना है। इससे पहले यह यूएचएसएनडी सत्र ऐसे स्थानों पर आयोजित किए जाते थे जहां समस्त सुविधाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाना आसान नहीं था। इस पहल से अब लाभार्थियों को एक निर्धारित स्थान पर ही बच्चों व गर्भवती के टीकाकरण, प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) सुविधा, परिवार नियोजन परामर्श आदि सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने बताया कि 405 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पूर्व की तरह हर बुधवार व शनिवार को यूएचएसएनडी सत्र आयोजित किए जा रहे हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी एमसीपी कार्ड से मिलती है
सीएमओ ने बताया कि एमसीपी कार्ड 40 पेज की एक पुस्तिका है। इसे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एवं महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से जारी किया गया है। एमसीपी कार्ड सभी गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के पंजीकरण के समय दिया जाता है। इसमें गर्भावस्था से संबंधित सभी आवश्यक सलाह व सूचनाओं का विवरण दर्ज रहता है।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दिलीप
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