मोटे अनाज का दैनिक जीवन में करें प्रयोग : राजेन्द्र कुमार मौर्य
प्रतापगढ़, 17 नवम्बर (हि. स.)। अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स के अन्तर्गत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना न्यूट्रीसीरियल घटक के अन्तर्गत आयोजित दो दिवसीय जनपद स्तरीय मिलेट्स महोत्सव/मेला का शुक्रवार को कृषि भवन परिसर में शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में जनपद के कोने कोने से लगभग 2000 की संख्या में किसानों ने सहभागिता निभाते हुये मिलेट्स के उत्पादों का वृहद अवलोकन किया। मिलेट्स महोत्सव में मोटे अनाज पर आधारित लगायी गयी स्वादिष्ट व्यंजनों की प्रदर्शनी आकर्षक का केन्द्र बनी रही और अतिथियों द्वारा मिलेट्स के व्यंजनों को चखकर खूब प्रशंसा भी की। मिलेट्स महोत्सव में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा अतिथियों के माध्यम से बच्चों का अन्न प्राशन एवं महिलाओं की गोदभराई करायी गयी।
रेखा देवी अध्यक्ष श्री लरू बायो एनर्जी फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड को फार्म मशीनरी बैंक एवं पी0एम0 कुसुम योजना के लाभार्थी राम सहाय को सोलर पम्प की प्रतीकात्मक चाभी प्रदान की गयी।
मिलेट्स महोत्सव में विधायक सदर राजेन्द्र कुमार मौर्य ने मिलेट्स फसलों एवं उत्पादों के प्रयोग को बढ़ावा देने हेतु लोगों को प्रेरित किया।
उन्होंने मिलेट्स महोत्सव के आयोजन हेतु उप कृषि निदेशक विनोद कुमार यादव की प्रशंसा की। उन्होने कहा कि मोटे अनाज धीरे-धीरे लुप्त होते जा रहे है और इन्हें बढ़ावा देने के लिये देश के माननीय प्रधानमंत्री ने श्री अन्न योजना का चलन में लाया। श्री अन्न योजना के माध्यम से मोटे अनाज की पैदावार बढ़ेगी जिससे किसानों को लाभ प्राप्त होगा। मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिये बहुत ही फायदेमंद है, मोटे अनाज के उपयोग से कई प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है। मोटे अनाज को अपने दैनिक जीवन में प्रयोग करें और इससे बनने वाले स्वादिष्ट व्यंजनों का लाभ उठाये। उन्होने किसान भाईयों से कहा कि मिलेट्स फसलों का अपने खेतों में अधिक से अधिक उत्पाद करें और अपनी आय में वृद्धि करें। मोटा अनाज गुणों का खजाना है और इसे खेतांं में उगाना सस्ता एवं सुगम है।
जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कहा कि मोटे अनाजों के प्रति बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित मेला प्रशंसनीय है। उन्होने कहा कि मिलेट्स से लोग जुड़े और मिलेट्स के उत्पादों का घर में प्रयोग करें, मोटे अनाज के सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा कि मिलेट्स फसलों के उत्पादन में सिंचाई की ज्यादा आवश्यकता नही होती है। श्री अन्न योजना के अन्तर्गत मुख्य रूप से ज्वार, बाजरा, रागी, सांवा, कंगनी, कोदो, कुटकी, कुट्टू, रामदाना, चेना आदि को शामिल किया गया है ये अनाज पोषक तत्वों से भरपूर होते है। मोटे अनाज वास्तव में लोगों के स्वास्थ्य के लिये बहुत उपयोगी होती है और इसमें पाये जाने वाले पौष्टिक तत्वों की वजह से शरीर में कई जरूरी विटामिन और मिनिरल्स को बढ़ावा मिलता है। जलवायु परिवर्तन को देखते हुये मोटे अनाज की खेती और उसे अपने खाने में शामिल करने के लिये जागरूकता को बढ़ावा दिया जा रहा है।
भाजपा जिलाध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव ने मिलेट्स उत्पादों के प्रति अपने विचार व्यक्त किये। इस दौरान उप कृषि निदेशक ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी।
किसानों को कृषि वैज्ञानिक डा0 नवीन कुमार सिंह एवं डा0 अखिलेश श्रीवास्तव ने वैज्ञानिक ढंग से खेती करते हुये अधिक उत्पादन हेतु टिप्स देते हुये उन्हें मिलेट्स के उत्पादों के प्रति प्रोत्साहित किया गया। महोत्सव में कृषकों को मिलेट्स के प्रचार प्रसार हेतु साहित्य, थैला आदि का वितरण किया गया। कृषकों को फसल अवशेष प्रबन्धन के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये पराली जलाने से होने वाले पर्यावरण क्षति के सम्बन्ध में जागरूक किया गया। पराली प्रबन्धन हेतु कृषकों को पूसा बायो डिकम्पोजर का निःशुल्क वितरण किया गया।
जिला कृषि अधिकारी अशोक कुमार, जिला उद्यान अधिकारी सहित अन्य अधिकारी व वीर विक्रम सिंह, अरविन्द सिंह, सुनील कुमार सिंह, विजय कुमार सिंह, अजय सिंह आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/दीपेन्द्र/बृजनंदन
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