संघ शताब्दी वर्ष : वाराणसी में हिंदू सम्मेलन,पंचप्रण का आह्वान
वाराणसी,21 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में रविवार को वाराणसी शहर के कई हिस्सों में हिन्दू सम्मेलनों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में ओंकारेश्वर नगर हनुमान बस्ती अंतर्गत बलुआबीर स्थित श्रीराधाकृष्ण मंदिर में ॐ अंकित भगवा ध्वज से सजे कार्यक्रम स्थल पर सनातन संस्कृति की छाप देखने को मिली। मुख्यद्वार पर आगंतुकों को रोली, कलावा बांधने व इत्र आदि लगाकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संघ के भाग कार्यवाह सुरेंद्र ने अपने संबोधन में पंचप्रण को दोषमुक्त समाज निर्माण के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए संघ के आह्वान के अनुरूप वर्तमान समय की चुनौतियों से लड़ने के लिए पांच संकल्प लेने होंगे। नागरिक कर्तव्य, स्वबोध, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता जैसे अनुकरणीय कार्य को अपने दैनिक जीवन में ईमानदारी से पालन करना होगा। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि विनोद सिंह,पं. दयाशंकर त्रिपाठी, दीपक अकेला, पागल बाबा ने भी विचार प्रबोधन में महत्वपूर्ण बातें साझा की। कार्यक्रम का संचालन मनीष गुप्ता,संयोजन संदीप सिंह ने किया। इसमें ओमप्रकाश जायसवाल, केवल कुशवाहा, त्रिलोकी नाथ जायसवाल, हिमांशु अग्रहरि, रजनीश सिंह, डॉ भरत लाल, जय विश्वकर्मा, चांदनी विश्वकर्मा, नरेंद्र प्रजापति आदि स्वयंसेवकों के साथ क्षेत्रीय नागरिकों ने भागीदारी की।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

