एरियल बंच कंडक्टर का वजन मानक से कम निकला

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एरियल बंच कंडक्टर का वजन मानक से कम निकला


विद्युत उपभोक्ता परिषद ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की

लखनऊ, 20 अगस्त (हि.स.)।एरियल बंच कंडक्टर (केबल वाला

तार) के तीनों फेस के एल्यूमुनियम का कुल वेट होना चाहिए जीटीपी के अनुसार 1016 किलोग्राम प्रति किलोमीटर, लेकिन जांच में उसका

वजन कराने पर867 किलोग्राम प्रति किलोमीटर निकला।

अर्थात 149 किलोग्राम प्रति किलोमीटर कम निकला।अब200 किलोमीटर एरियल बंच कंडक्टर

को लगाने से रोक दिया गया है। इसका खुलासा पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम में

लगाये जा रहे बंच कंडक्टर की जांच कराने पर पता चला। इसके बाद राज्य विद्यतु उपभोक्ता

परिषद ने बहुत बड़ा घोटाला होने का अंदेशा जताते हुए पावर कारपोरेशन से सभी बिजली कंपनियों

द्वारा लगवाये जा रहे एरियल बंच कंडक्टर की जांच कराने की मांग की है।

इस संबंध में राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने पहले

ही बताया था कि लो वोल्टेज, विद्युत व्यवधान में आ रही परेशानियों का कारण घटिया क्वालिटी

का बंच कंडक्टर ही है। इसको लेकर जांच होनी चाहिए। इसके बाद पश्चिमांचल ने कुछ जगहों

पर चल रहे काम का जांच करने के लिए अपने अधिकारियों को भेजा। इसके बाद इस घोटाले का

खुलासा हुआ। अब उप्र राज्य उपभोक्ता परिषद ने पूरे प्रदेश में उच्च स्तरीय जांच कराये

जाने की मांग की है।

पूरे उत्तर प्रदेश में अलग-अलग कंपनियों से खरीद कर लगभग एक लाख किलोमीटर एरियल बंच कंडक्टर इधर लगभग एक वर्ष

में लगाए गए। मई जून जुलाई के महीने में जब सबसे

ज्यादा बिजली संकट उत्तर प्रदेश की सभी बिजली कंपनियों मे सामने आया, उस समय

उपभोक्ता परिषद ने यह खुलासा किया था कि लगभग 75 प्रतिशत

ब्रेकडाउन उत्तर प्रदेश में एरियल बंच कंडक्टर की घटिया क्वालिटी एवं ओवरलोड के

चलते हो रहे हैं।20 जुलाई को

पश्चिमांचल मेरठ कंपनी में बिजली दर की सुनवाई में विद्युत नियामक आयोग अध्यक्ष व

पावर कॉरपोरेशन चेयरमैन सहित उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में उपभोक्ता

परिषद अध्यक्ष ने यह मुद्दा उठाया कि एरियल बंच कंडक्टर अंडर साइज के खरीदे

जा रहे है घटिया क्वालिटी के हैं।

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम ने एरियल बांच

कंडक्टर कंपनी से पूछताछ शुरू कर दी है और उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई अंतिम चरण में

चल रही है। वहीं मंगलवार को उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने एक बार फिर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के

निदेशक तकनीकी से बात कर और भी कंपनियों के सैंपल की जांच करने की मांग उठाई ।

इसमें बडे भ्रष्टाचार की संभावना है। पक्षिमांचल में जिस कंपनी की एल्टी

एरियल बंच कंडक्टर फैल हुई है। उसका लगभग 200 करोड़ का आर्डर प्रक्रियाधीन है।

उत्तर प्रदेश

राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश

कुमार वर्मा ने बताया कि पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम जो

एरियल बंच कंडक्टर खरीद रहा है और उसकी जांच के लिए भेजा था वह तीन कोर 120

एमएम एरियल बंच कंडक्टर तीनों फेस में जो उसका गारंटेड टेक्निकल

पार्टिकुलर (जीटीपी) के तहत अल्युमिनियम का वेट 1016 किलोग्राम

प्रति किलोमीटर होना चाहिए था वह केवल जांच में 867 किलोग्राम

प्रति किलोमीटर यानी कि लगभग 149 किलोग्राम प्रति किलोमीटर कम

निकला एरियल बंच कंडक्टर न्यूट्रल केबल में जो 256किलोग्राम

प्रति किलोमीटर होना चाहिए। वह भी 221 किलोग्राम

प्रति किलोमीटर यानी कि लगभग 34 किलोग्राम प्रति किलोमीटर कम

निकला। साथ ही जो एक्सएलपी केबिल हॉट

टेस्ट क्वालिटी इंसुलेशन की सामने आई वह भी घटिया क्वालिटी की निकली। इसी प्रकार जो बडोदरा को सैंपल भेजा गया था वह भी फेल साबित हुआ।

विद्युत

उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि सभी

बिजली कंपनियों में एरियल बंच कंडक्टर निर्माता कंपनियों से

जो केवल की खरीद की गई है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए

जो लोग भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र नाथ राय / Siyaram Pandey

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