उप्र समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा निरस्त
- मुख्यमंत्री योगी का निर्देश, छह माह में दोबारा होगी आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा
- पेपर हुआ था लीक, मुख्यमंत्री बोले, नहीं बचेंगे परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वाले
लखनऊ, 02 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 11 फरवरी को आयोजित समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा 2023 को निरस्त करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि इस परीक्षा को आगामी 06 माह में पुनः कराई जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार को लोक सेवा आयोग द्वारा 11 फरवरी 2024 को आयोजित समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा, 2023 की समीक्षा की। इस परीक्षा में कथित रूप से प्रश्न पत्र के कतिपय प्रश्नों के सोशल मीडिया पर वायरल होने के शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिसके संबंध में शासन द्वारा सर्व साधारण को परीक्षा को प्रभावित करने से संबंधित तथ्यों के साक्ष्य उपलब्ध कराए जाने की विज्ञप्ति निर्गत की गयी थी। तत्क्रम में शासन को उपलब्ध कराए गये साक्ष्यों तथा आयोग द्वारा उपलब्ध रिपोर्ट के परिप्रेक्ष्य में मुख्यमंत्री ने समीक्षा के बाद इस परीक्षा को निरस्त करने का निर्देश जारी किया।
मुख्यमंत्री योगी ने यह भी निर्देश दिया है कि इस प्रकार के आपराधिक कृत्य में सम्मिलित व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी वैधानिक व दण्डात्मक कार्रवाई करने हेतु यह प्रकरण राज्य की एसटीएफ को संदर्भित कर दिया जाए। एसटीएफ शीघ्रातिशीघ्र इसकी विवेचना संपन्न करेगी तथा इस कृत्य में लिप्त सभी उत्तरदायी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/पीएन द्विवेदी/मोहित
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