जंगल में मारपीट का आरोप, सड़कों पर उतरीं महिलाएं—छह घंटे तक वन विभाग के खिलाफ हंगामा
- फॉरेस्ट गार्ड काे सोनभद्र के चुर्क वन कार्यालय से किया गया संबद्ध
मीरजापुर, 26 दिसंबर (हि.स.)। हलिया क्षेत्र में जंगल से जलावनी लकड़ी लेने गए ग्रामीणों के साथ कथित मारपीट का मामला तूल पकड़ गया। आरोप है कि गुरुवार को ठंड से बचाव के लिए हलिया के मगरदा जंगल में लकड़ी लेने गई महिलाओं और पुरुषों को वन विभाग हलिया के एक फॉरेस्ट गार्ड और एक वाचर ने लाठी-डंडों से पीट दिया। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार दोपहर लगभग 12 बजे पुराने रेंज कार्यालय के सामने सैकड़ों की संख्या में एकत्र होकर वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष राजीव कुमार श्रीवास्तव ने लोगों को शांत कराने का प्रयास किया और उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। इसके बाद नायब तहसीलदार राजू यादव और राजस्व निरीक्षक अशोक दूबे भी मौके पर पहुंचे। हालांकि पीड़ितों ने स्पष्ट कहा कि जब तक वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं आएंगे, तब तक प्रदर्शन समाप्त नहीं होगा।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि फॉरेस्ट गार्ड शिवम सिंह और वाचर कमला मौर्य ने उन्हें रोककर गालियां दीं और मारपीट की। करीब चार घंटे बाद पहुंचे वन्य जीव प्रतिपालक भास्कर प्रसाद पांडेय ने जांच के बाद फॉरेस्ट गार्ड शिवम सिंह को तत्काल प्रभाव से हलिया से सोनभद्र जनपद के चुर्क कार्यालय से संबद्ध कर दिया और चोटिल महिलाओं को इलाज के लिए दस हजार रुपये की सहायता दी।
इसके बावजूद प्रदर्शनकारी संबंधित कर्मचारियों के निलंबन और मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। समाचार लिखे जाने तक महिलाएं डीएफओ सेंचुरी के मौके पर आने का इंतजार कर रही थीं। वन्य जीव प्रतिपालक ने जांच के बाद आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया है, वहीं थानाध्यक्ष ने तहरीर मिलने पर कार्रवाई की बात कही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

