प्रोजेक्ट मिलन बना रिश्तों की डोर, काउंसिलिंग से 16 बिछड़े दम्पतियों का हुआ पुनर्मिलन
मीरजापुर, 21 दिसम्बर (हि.स.)। टूटते रिश्तों को जोड़ने और बिखरते परिवारों को संवारने की दिशा में पुलिस का प्रोजेक्ट मिलन उम्मीद की किरण बनकर सामने आया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के निर्देशन में संचालित महिला परिवार परामर्श केंद्र को रविवार को बड़ी सफलता मिली, जहां काउंसिलिंग के जरिए 16 बिछड़े दम्पतियों को फिर से एक साथ रहने के लिए राजी कर लिया गया।
जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों से पहुंचे ये दम्पति अलग-अलग कारणों से लम्बे समय से अलग रह रहे थे। परिवार परामर्श केंद्र में सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। काउंसिलिंग के दौरान आपसी मतभेदों को दूर किया गया और संवाद के जरिए रिश्तों में फिर से भरोसा पैदा किया गया। काउंसिलिंग के बाद सभी दम्पतियों ने साथ रहने और नए सिरे से जीवन की शुरुआत करने का संकल्प लिया।
इस पूरी प्रक्रिया में प्रभारी परिवार परामर्श केंद्र महिला उपनिरीक्षक रीता यादव, महिला मुख्य आरक्षी सावित्री यादव के साथ सदस्य सुरेश चंद्र जायसवाल और कृष्णा सिंह की अहम भूमिका रही। प्रोजेक्ट मिलन की इस सफलता ने यह साबित कर दिया कि संवाद और समझदारी से टूटते रिश्तों को फिर से जोड़ा जा सकता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

