उप्र : अब तक की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा में भाग लेकर खिले परीक्षार्थियों के चेहरे

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उप्र : अब तक की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा में भाग लेकर खिले परीक्षार्थियों के चेहरे


लखनऊ, 31 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में आयोजित अब तक की सबसे बड़ी पुलिस आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा प्रक्रिया शनिवार को सकुशल संपन्न हो गई। पूरे प्रदेश में पुलिस विभाग के 60,244 आरक्षी पदों के लिए जारी लिखित परीक्षा प्रक्रिया के समापन पर अभ्यर्थियों के चेहरे खिले हुए दिखे।

पुलिस बल के 60,244 पदों के लिए हुई लिखित परीक्षा का आयोजन प्रदेश के सभी जनपदों में पांच दिनों तक प्रतिदिन दो चरणों के अंतर्गत हुआ। मुख्यमंत्री योगी के विजन व कुशल मार्गदर्शन में परीक्षा के आयोजन के दौरान सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का पालन किया गया, जिससे परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। प्रदेश के सभी सेंटरों पर 1,97,859 पुलिसकर्मियों को तैनाती की गई, वहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस सीसीटीवी के प्रयोग ने सॉल्वर गैंग व अराजक तत्वों के हौसलों को पस्त कर दिया।

प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी बड़े स्तर पर पुलिस भर्ती

प्रक्रिया लिखित परीक्षा प्रक्रिया को सकुशल पूर्ण किया गया। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में परीक्षा केंद्रों का संचालन किया गया जहां चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली। कमोबेश, यही नजारा प्रदेश के हर जनपद में देखने को मिला जहां लिखित परीक्षा में भाग ले रही परीक्षार्थियों का हौसला देखते ही बनता था। खास बात ये भी है कि इस बार पुलिसबल में महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान भी दिया गया है जिससे प्रदेश की नारी शक्ति की पुलिस बल में सहभागिता तो बढ़ेगी ही, साथ ही जमीनी स्तर पर उतर कर उन्हें प्रदेश की कानून व्यवस्था का अंग बनने और अराजकत तत्वों से मुकाबला करने का मौका मिलेगा। लिखित परीक्षा प्रक्रिया के अंतर्गत पेपर देने वाली ज्यादातर महिला परीक्षार्थियों ने भी इसी बात पर फोकस करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कदम की जमकर प्रशंसा की।

नारी शक्ति स्वावलंबन के साथ ही मील का पत्थर साबित होगा मुख्यमंत्री योगी का कदम

हरदोई की रहने वाली ज्योति पाल लखनऊ में बने परीक्षा सेंटर में लिखित परीक्षा प्रक्रिया में हिस्सा लिया। पूरी लिखित परीक्षा प्रक्रिया को लेकर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया में महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण देने की मुख्यमंत्री योगी की पहल ने न केवल नारी शक्ति का सम्मान बढ़ाया है बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि वह पुलिस बल का हिस्सा बन महिलाओं के प्रति होने वाले अपराथों और समाज के अराजक तत्वों से लोहा ले सकेंगी।

लखनऊ की पलक गुप्ता ने भी इस बात पर सहमति व्यक्त करते हुए पारदर्शी तरीके से हुए पुलिस भर्ती प्रक्रिया को लेकर सीएम योगी का आभार व्यक्त किया। कानपुर की सुजाता श्रीवास्तव ने इस बात पर जोर दिया कि भर्ती परीक्षाएं पहले भी होती रही हैं, मगर इस बार की पुलिस भर्ती परीक्षा में सीएम योगी के विजन अनुसार जिस प्रकार की व्यवस्था की गई वह सराहनीय है और एक सार्थक नजीर पेश कर रही है।

बिहार के बक्सर जिले से लखनऊ परीक्षा देने आई वंदना कुमारी का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही इस बार पेपर भी परीक्षार्थियों के लिए अच्छा आया था और रीजनिंग में स्कोर करने के पर्याप्त मौके क्वेश्चन पेपर में उपलब्ध थे। बिहार के ही गोपालगंज से परीक्षा देने परिजनों संग आई मुस्कान ने मुख्यमंत्री योगी के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा, योगी हैं तो मुमकिन है। उनके मुताबिक सुरक्षा व्यवस्था इतनी बढ़िया थी कि यह पूर्ण पारदर्शिता के साथ प्रदेश की पुलिसबल से जुड़ने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा जिसमें बिना सोर्स व पैरवी के केवल टैलेंट को ही अवसर देने का मार्ग सुनिश्चित होगा।

अंबेडकर नगर के विवेक अग्रहरी ने लिखित परीक्षा प्रक्रिया के दौरान उत्तम परिवहन व्यवस्था को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकारी बसों में यात्रा के लिए परीक्षार्थियों को न केवल तरजीह दी जा रही है बल्कि उनसे यात्रा शुल्क भी नहीं लिया जा रहा है जो कि स्टूडेंट्स के लिए एक बड़ी मदद है। उनका यह भी मानना है कि परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए भी उन्हें या उनके ग्रुप में आए किसी अभ्यर्थी को कोई परेशानी नहीं हुई। जबकि, कानपुर के राजू पाल, बाराबंकी के सूरज सोनकर और उन्नाव के विवेक कुलश्रेष्ठ ने माना कि इस बार की लिखित परीक्षा बहुत हाइटेक स्तर पर आयोजित हुई। परीक्षा में नकल रोकने के लिए उच्च तकनीक के इस्तेमाल के साथ ही स्थानीय प्रशासन ने परीक्षार्थियों की हर प्रकार की मदद सुनिश्चित की। गोण्डा के सौरभ द्विवेदी, बिहार के नावादा से आए प्रदीप रंजन और सिवान से आए चंदन राय ने भी इस बात को स्वीकारते हुए प्रदेश सरकार द्वारा की गई उत्तम व्यवस्था की तारीफ की।

वहीं, बाराबंकी के विवेक सिंह का कहना है कि इस बार लिखित परीक्षा के आयोजन का आधार ही उच्च मानक रहे। एक अन्य परीक्षार्थी मोहित कुमार साहू ने कहा कि अगर इसी प्रकार प्रदेश में सभी परीक्षाओं का आयोजन होगा तो पेपर लीक जैसी समस्या कभी सर नहीं उठा सकेंगी। पेपर छूटने के बाद प्रदेश भर में रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर परीक्षार्थियों की भारी भीड़ देखने को मिली, मगर वह सभी सीएम योगी द्वारा की गई उत्तम व्यवस्था का लाभ लेकर अपने गंतव्यों पर सुरक्षित यात्रा को लेकर आश्वस्त दिखे।

हिन्दुस्थान समाचार / दीपक वरुण

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