परीक्षा केंद्र निरीक्षण में खुली महाविद्यालयों की पोल, मानक पूरे न होने पर चेतावनी
मीरजापुर, 22 दिसंबर (हि.स.)। मां विन्ध्यवासिनी विश्वविद्यालय से संबद्ध मीरजापुर, सोनभद्र एवं भदोही जनपद के उन महाविद्यालयों का स्थलीय निरीक्षण किया गया, जिन्होंने प्रथम सेमेस्टर सत्र 2025–26 की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र बनाए जाने का अनुरोध किया है। यह निरीक्षण विश्वविद्यालय की विभिन्न टीमों के सदस्यों के साथ स्वयं कुलपति प्रो. शोभा गौड़ द्वारा किया गया।
निरीक्षण के दौरान कई महाविद्यालयों में गंभीर खामियां सामने आईं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने पाया कि अनेक परीक्षा कक्षों में मात्र एक-एक सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है, जबकि परिसर में साफ-सफाई की भी स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। यह व्यवस्थाएं परीक्षा केंद्र बनाए जाने के लिए निर्धारित मानकों के अनुरूप नहीं हैं।
कुलपति प्रो. शोभा गौड़ के निर्देश पर परीक्षा केंद्र बनने के इच्छुक सभी महाविद्यालयों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक परीक्षा कक्ष में दो-दो सीसीटीवी कैमरे तत्काल लगवाए जाएं। ये कैमरे एक-दूसरे के आमने-सामने (अपोजिट) लगाए जाएं और परीक्षा कक्ष के चारों कोनों सहित फर्श तक स्पष्ट रूप से कैमरे की जद में दिखाई देना चाहिए। इसके साथ ही प्रस्तावित परीक्षा केंद्र के संपूर्ण परिसर में पूर्ण एवं समुचित साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने सख्त चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया गया, तो संबंधित महाविद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाए जाने के प्रस्ताव पर कोई विचार नहीं किया जाएगा। इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक महेंद्र कुमार ने बताया कि परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है और सभी महाविद्यालयों को निर्देशों का अक्षरशः पालन करना अनिवार्य होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

