1984 दंगा पीड़ितों के मुआवजा के लिए 28 दिसंबर को विशेष शिविर : सरदार कुलदीप सिंह
कानपुर, 22 दिसंबर (हि.स)। श्री गुरु सिंह सभा, कानपुर महानगर द्वारा वर्ष 1984 के दंगा पीड़ितों की सूची संकलन एवं लंबित मुआवजा प्रकरणों को न्यायालय में प्रस्तुत करने के लिए 28 दिसंबर को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक अशोक नगर स्थित सभा के शिविर कार्यालय में एक विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस शिविर में वे सभी दंगा पीड़ित अथवा उनके परिजन, जिन्होंने अब तक सभा कार्यालय में अपना विवरण एवं क्षतिपूर्ति से संबंधित अभिलेख जमा नहीं किए हैं, अपना विवरण जमा कर सकेंगे। यह जानकारी सोमवार सभा के चेयरमैन एवं पूर्व एमएलसी सरदार कुलदीप सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि दिसंबर 2017 में 1984 दंगा पीड़ितों से संबंधित 1039 फाइलें माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद में प्रस्तुत की गई थी लेकिन उस समय कई पीड़ित परिवार विभिन्न कारणों से छूट गए थे। अब कानपुर मंडल के नोडल अधिकारी मंडलायुक्त विजयेन्द्र पांडियन द्वारा शासन को भेजी गई संस्तुति तथा मुआवजे को लेकर बनी सैद्धांतिक सहमति के उपरांत, शासन स्तर पर न्यायालय में प्रभावी पैरवी हेतु विशेष तैयारी की जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट के शीर्ष अधिवक्ताओं से विचार-विमर्श के पश्चात यह निर्णय लिया गया है कि जिन दंगा पीड़ित परिवारों की फाइलें पूर्व में न्यायालय में दाखिल नहीं हो सकीं, उन्हें भी अब विधिवत रूप से प्रस्तुत किया जाएगा।
सरदार कुलदीप सिंह ने यह भी बताया कि वोरा-कुलदीप पैकेज के अंतर्गत निर्धारित धनराशि दंगा पीड़ितों को न दिए जाने के विरोध में उन्होंने वर्ष 2011 में उच्च न्यायालय, इलाहाबाद में जनहित याचिका दाखिल की थी। इसके क्रम में दिसंबर 2017 में उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी त्रुटि स्वीकार करते हुए एक माह के भीतर नया पैकेज प्रस्तुत करने की अंडरटेकिंग न्यायालय को दी थी, लेकिन उक्त फाइल शासन स्तर पर लंबित रह गई। इसके पश्चात वर्ष 2019 में उन्होंने न्यायालय की अवमानना याचिका भी दाखिल की थी, जो अब प्रशासनिक स्तर पर सकारात्मक हस्तक्षेप के चलते निर्णायक स्थिति की ओर अग्रसर है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि जनवरी 2026 में याची की सहमति की औपचारिक प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत दंगा पीड़ितों को राहत एवं पुनर्वास राशि वितरण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप

