सैन्य सम्मान के साथ बीएसएफ जवान को दी गयी अंतिम विदाई
-अमृतसर में ड्यूटी के दौरान ह्रदय गति रुकने से हुआ था निधन
कानपुर, 24 दिसम्बर (हि.स.)। कल्याणपुर में रहने वाले बीएसएफ जवाहर विनोद कुमार पाल का पार्थिव शरीर बुधवार को उनके निवास पहुंचा। तिरंगे में लिपटे शव को देखकर परिजन फूट फूटकर रोने लगे। अमृतसर में रविवार को ड्यूटी के दौरान अचानक उनकी तबियत खराब हुई और हृदय गति रुक जाने से उनका निधन हो गया था। आज अरौल स्थित उनके पैतृक गांव में गंगा घाट पर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
मूलरूप से अरौल के बहरामपुर गांव के रहने वाले हवलदार विनोद कुमार पाल (52) बीएसएफ जवान थे। वर्तमान में उनकी तैनाती अमृतसर में थी। रविवार देर रात ड्यूटी के दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। साथी जवान उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बीएसएफ हेड क्वार्टर की ओर से विनोद के घर फोन कर सूचना दी गयी। मौत की खबर सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया। जवान का पोस्टमार्टम और अन्य कानूनी कार्रवाई के चलते आज सुबह बीएसएफ की एक टुकड़ी विनोद का पार्थिव शरीर लेकर कल्याणपुर स्थित उनके आवास पहुंचे। जहां से उनके पैतृक गांव बहरामपुर पहुंचा। तिरंगे झंडे में शव लिपटा देख परिजनों और नाते रिश्तेदारों में कोहराम मच गया।
बताते चलें कि विनोद कुमार पाल के परिवार में पत्नी मीरा, बेटा मयंक, बेटी गीतांशी, मां पार्वती और छोटा भाई प्रमोद पाल है। विनोद पाल के बड़े भाई मनोज भी बीएसएफ में जवान है। वर्तमान में वह मणिपुर में सीओ के पद पर तैनात हैं।
कुछ देर बाद उनकी अंतिम यात्रा घाट के लिए रवाना हुई। जिसमें सैकड़ों लोग हाथों में तिरंगा झंडा लेकर भारत माता की जय और वीर जवान अमर रहे के नारों के साथ शामिल हुए। घाट पहुंचने पर वह सैन्य सम्मान दिया गया। इसके बाद उनके बेटे ने पिता को मुखाग्नि दी और वह पंचतत्व में विलीन हो गए।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप

