सकारात्मक सोच और सही दिशा में निरंतर कार्य करने की प्रवृत्ति ही सफलता की कुंजी है : अनुभव सिंह

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सकारात्मक सोच और सही दिशा में निरंतर कार्य करने की प्रवृत्ति ही सफलता की कुंजी है : अनुभव सिंह


सकारात्मक सोच और सही दिशा में निरंतर कार्य करने की प्रवृत्ति ही सफलता की कुंजी है : अनुभव सिंह


सकारात्मक सोच और सही दिशा में निरंतर कार्य करने की प्रवृत्ति ही सफलता की कुंजी है : अनुभव सिंह


सकारात्मक सोच और सही दिशा में निरंतर कार्य करने की प्रवृत्ति ही सफलता की कुंजी है : अनुभव सिंह


-भाऊराव देवरस सेवा न्यास, लखनऊ ने आयाेजित किया कार्यक्रम

लखनऊ , 25 दिसंबर (हि.स.)। सकारात्मक सोच, सदाचार, सही दिशा में निरंतर कार्य करने की प्रवृत्ति और बिना हारे-थके काम करने वाला व्यक्ति ही सफल व बड़ा बन पाता है। इसलिए विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपने लक्ष्य के लिए सतत प्रयास करें।

ये बातें भाऊराव देवरस सेवा न्यास, लखनऊ के तत्त्वावधान में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि बाँदा प्रभाग के उप वनाधिकारी अनुभव सिंह ने कही। मुख्य अतिथि दयानन्द इंटर कॉलेज, लखनऊ में न्यास द्वारा आयोजित श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेई की 100वीं जयंती के अवसर पर आयोजित पोस्टर एवं निबंध लेखन प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर रहे थे। अपने संबोधन में अनुभव सिंह ने अटल जी के सपनों का भारत कैसा हो इसके उत्तर में राष्ट्र प्रथम की भावना को केंद्र बिंदु बताया तथा 2047 तक भारत राष्ट्र को विकसित बनाने के लिए युवाओं के योगदान को रेखांकित किया। पुरस्कार वितरण से पूर्व न्यास ने अपने प्रथम अध्यक्ष अटल बिहारी बाजपेई की जयंती के अवसर पर अटल जी की विभिन्न भाव-भंगिमाओं पर आधारित पोस्टर प्रतियोगिता एवं अटल जी का व्यक्तित्व एवं कृतित्व विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया । इन दोनों प्रतियोगताओं में कुल 370 विद्यार्थियों ने सहभागिता की।

कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. जे.पी. मिश्र ने कहा कि पढ़ाई से 10 प्रतिशत भाग ही व्यक्तित्व बनता है। 90 प्रतिशत भाग आपके आचरण और व्यवहार के साथ-साथ समाज से सीखकर गढ़ते हैं। डॉ. मिश्र ने कहा कि हमें संवाद करते रहना चाहिए। तनाव और दुःख का कारण हो तो भी उसके समाधान के लिए बातचीत करना चाहिए। हमें स्वयं से अपने आप से भी बातचीत करनी चाहिए और अपने परिष्कार के लिए निरंतर कोशिश करनी चाहिए।

कार्यक्रम के संयोजक प्रो. विजय कुमार कर्ण ने भाऊराव देवरस सेवा न्यास, लखनऊ द्वारा संचालित सभी प्रकल्पों का परिचय कराते हुए विद्यार्थियों को न्यास के सेवा कार्यों से प्रेरणा लेने हेतु आवाहन किया। प्रो. कर्ण ने कहा कि जिस प्रकार सभी पौधों में कोई न कोई औषधीय गुण जरुर होता है, वैसे ही आप सभी विद्यार्थियों में कोई न कोई विशिष्ट प्रतिभा छिपी है । उसको सही पहचानकर अपना, अपने समाज एवं भारत देश का मान कैसे बढ़े इसके लिए कार्य करने की जरुरत है।

अटल जी के 100वीं जयंती के इस कार्यक्रम में भाऊराव देवरस सेवा न्यास, लखनऊ द्वारा प्रतिभागियों को पुरस्कार व प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। पोस्टर प्रतियोगिता में एस. एस. जे. डी. इंटर कॉलेज लखनऊ, कक्षा-7 छात्रा शिवानी गौतम प्रथम, दयानंद इंटर कॉलेज कक्षा-12B के छात्र कार्तिक द्वितीय, दयानंद इंटर कॉलेज, कक्षा-12B के शिवगोपाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया, पूनम कनौजिया तथा की शिवांगी गौतम को सांत्वना पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया तथा निबंध प्रतियोगिता में दयानंद इंटर कॉलेज की कक्षा-12B की पारुल रावत प्रथम, एस. एस. जे. डी. इंटर कॉलेज कक्षा-10 की निवेदिता मिश्रा द्वितीय, दयानंद इंटर कॉलेज कक्षा- 7, की विजय लक्ष्मी साहू तृतीय स्थान प्राप्त किया तथा विशाल गिरी, दयानंद इंटर कॉलेज कक्षा-7 के शिवम यादव को सांत्वना पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।

सरस्वती वंदना और दीप प्रज्ज्वलन से प्रारंभ हुए इस जयंती कार्यक्रम में स्वागत भाषण दयानंद इंटर कॉलेज के प्राचार्य राम उजागर शुक्ल ने किया। कार्यक्रम का संचालन ओम प्रकाश वर्मा और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के समन्वयक शिव सिंह ने किया।

इस अवसर पर अनेक विद्यालयों से विद्यार्थी, अभिभावक एवं न्यास के कार्यकर्त्ता रघुराज सिंह, अरविन्द शर्मा, देवेन्द्र की विशेष उपस्थिति हुई। कार्यक्रम का समापन वन्दे मातरम् के साथ हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार / शिव सिंह

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