डबल इंजन सरकार में स्ट्रीट वेंडर्स के कारोबार को मिली रफ्तार

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--पहला लोन चुकाने पर दूसरी बार दोगुनी और तीसरी बार पांच गुनी धनराशि का ऋण

--गोरखपुर में 38,708 स्ट्रीट वेंडर्स हो चुके हैं लाभान्वित, 12,523 को मिला दूसरे चरण का ऋण

--71 करोड़ 91 लाख रुपये का लोन वितरित हो चुका है पीएम स्वनिधि योजना में

गोरखपुर, 23 अप्रैल (हि.स.)। डबल इंजन सरकार में स्ट्रीट वेंडर्स (रेहड़ी-पटरी कारोबारी) के कारोबार को नई रफ्तार मिली है। इसका माध्यम बनी है प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना। पटरी कारोबारियों के कारोबार को आर्थिक संबल प्रदान करने में पीएम स्वनिधि योजना बड़े काम की साबित हो रही है। अकेले गोरखपुर में 38,708 स्ट्रीट वेंडर्स जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के माध्यम से योजना का लाभ उठाकर कारोबार संवार रहे हैं। इनमें से 12,523 ऐसे हैं जिन्होंने पहला लोन चुकाकर दूसरा और 1632 ने दूसरा लोन चुकाकर तीसरा लोन प्राप्त किया। लोन लेने के बाद डिजिटल लेन-देन से उन्हें कैशबैक का अतिरिक्त फायदा हो रहा है। गोरखपुर में इस योजना से स्ट्रीट वेंडर्स बड़े पैमाने पर कैशबैक का भी लाभ प्राप्त कर रहे हैं।

पीएम स्वनिधि योजना की शुरुआत जून 2020 में उस वक्त हुई जब कोरोना काल में कारोबार बुरी तरह प्रभावित था। इसका सबसे अधिक असर रेहड़ी-पटरी दुकानदारों पर था। दुकानदारी चौपट होने के कगार पर थी। ऐसे में उनके लिए संकटमोचक बनी पीएम स्वनिधि योजना। इस योजना का सहारा पाकर रेहड़ी-पटरी कारोबारियों के जीवन में समृद्धि का नया प्लेटफार्म मिला। अकेले गोरखपुर में डूडा के जरिये अब तक 38,708 रेहड़ी-पटरी दुकानदार 10 हजार रुपये का गारंटी मुक्त लोन लेकर अपने कारोबार को संवार चुके हैं। पीएम स्वनिधि के तहत प्रथम, द्वितीय व तृतीय ऋण को मिलाकर गोरखपुर में कुल 71 करोड़ 91 लाख 40 हजार रुपये का ऋण स्ट्रीट वेंडर्स में वितरित किया जा चुका है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पटरी कारोबारियों के प्रति संवेदनशीलता और नियमित मॉनिटरिंग से स्ट्रीट वेंडर्स के लिए पीएम स्वनिधि योजना का खूब रंग जमा है। योजना का लाभ पाने में किसी को कोई दिक्कत न आए, इसके लिए सरकार ने सिंगल विंडो सिस्टम भी शुरू कराया गया। पीएम स्वनिधि योजना के तहत आवेदन कर रेहड़ी-पटरी चलाने वाले 10 हजार रुपये का गारंटी फ्री लोन प्राप्त कर सकते हैं। लोन की राशि एक साल में चुका देने पर दूसरी बार 20 हजार और तीसरी बार 50 हजार रुपये का ऋण लेकर कारोबार को और विस्तार दिया जा सकता है। पीएम स्वनिधि योजना में समयबद्ध भुगतान करने में ब्याज पर 7 प्रतिशत अनुदान भी मिलता है। यदि लोन देने वाले रेहड़ी-पटरी दुकानदार ने ऋण भुगतान मोड में किया तो उसे 1200 रुपये तक कैशबैक भी मिलता है।

--लक्ष्य से अधिक है उपलब्धि

गोरखपुर में पीएम स्वनिधि योजना में लक्ष्य से अधिक उपलब्धि हासिल हुई है। प्रथम लोन के लिए गोरखपुर को 32635 पटरी कारोबारियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य दिया गया। जबकि ऑनलाइन आवेदन 39,228 लोगों के प्राप्त हुए। जांच और सत्यापन के बाद इनमें से 38,802 लोगों के ऋण स्वीकृत और 38,708 पटरी कारोबारियों को वितरित किए जा चुके हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय

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