त्रिकोण परिक्रमा और गंगा स्नान, विन्ध्याचल में भक्ति का उत्सव


धूप से राहत, भक्तों की आस्था पर प्रकृति की विशेष कृपा
ड्रोन से निगरानी, भक्तों की सुरक्षा में जुटा प्रशासन
मीरजापुर, 3 अप्रैल (हि.स.)। नवरात्र के पांचवें दिन षष्ठी तिथि गुरुवार को मां विन्ध्यवासिनी दरबार में भक्तों ने कात्यायनी स्वरूप का दर्शन किया। हालांकि नवरात्र के अन्य दिनों की अपेक्षा भीड़ में कुछ कमी देखी गई, लेकिन भोर से लेकर सुबह नौ बजे तक अच्छी-खासी भीड़ उमड़ी।
जहां एक ओर मां गंगा की गोद में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में भक्त त्रिकोण परिक्रमा करते नजर आए। मां विन्ध्यवासिनी मंदिर के अलावा मां कालीखोह, मां अष्टभुजा इत्यादि स्थलों पर भी दर्शनार्थियों की भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विन्ध्यक्षेत्र में कई स्थानों पर निःशुल्क फलाहार वितरण और पेयजल की व्यवस्था की गई।
पिछले दो दिनों से मां विन्ध्यवासिनी के भक्तों पर प्रकृति की विशेष कृपा बरस रही है। धूप और गर्मी से बचाने के लिए घने बादलों ने श्रद्धालुओं को राहत दी, जिससे बढ़ते तापमान में गिरावट दर्ज की गई। जिलाप्रशासन पूरी तन्मयता के साथ नवरात्र मेला व्यवस्था को संभालने में जुटा हुआ है।
यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन ने मंदिर, मंदिर जाने वाले मार्गों, गंगा घाटों, रेलवे स्टेशन, रोडवेज परिसर और वाहन पार्किंग स्थलों पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। सीसीटीवी कैमरों के साथ-साथ एआई कैमरों और ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जा रही है। नगरपालिका प्रशासन द्वारा सफाई के उत्कृष्ट प्रबंध किए गए हैं, जिसके तहत सैकड़ों सफाई कर्मी बारी-बारी से पूरे मेला क्षेत्र में सफाई कार्य कर रहे हैं।
मेला क्षेत्र में कई स्वास्थ्य शिविर भी लगाए गए हैं, जो किसी भी आकस्मिक सेवा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु इन शिविरों में छोटी-मोटी शारीरिक समस्याओं का समाधान प्राप्त कर रहे हैं। प्रशासन और स्थानीय संगठनों के सहयोग से इस वर्ष का नवरात्र मेला भव्य और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा