मेडिकल कालेज के प्रशिक्षु चिकित्सकों ने मानदेय को लेकर दिया धरना
वाराणसी, 07 जून (हि.स.)। रोहनिया भदवर स्थित हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्रशिक्षु चिकित्सकों ने शुक्रवार को मानदेय सहित अन्य मांगों को लेकर जमकर धरना दिया। कालेज के मुख्य गेट को बंद कर धरने पर बैठे रेजिडेंट डाक्टरों के निशाने पर कालेज प्रबंधन रहा।
धरने में शामिल मेडिकल के छात्रों ने कहा कि हम 2019 से यहां इंटर्नशिप कर रहे हैं। सरकार की तरफ से हमें जो धनराशि दी जाती है उसे आधा कर दिया गया है। जिसका नियमित भुगतान भी नहीं किया जाता है। अल्प वजीफे के अन्याय के खिलाफ हम लोग प्रदर्शन कर रहे है। प्रशिक्षु चिकित्सकों के अनुसार 2019 का बैच नवगठित योग्यता आधारित चिकित्सा शिक्षा (सीबीएमई) पाठ्यक्रम के तहत प्रवेश पाने वाला पहला बैच है। इस पाठ्यक्रम के अनुसार 2019 बैच के नए उत्तीर्ण स्नातक 'भारतीय चिकित्सा स्नातक' हैं। प्रशिक्षुओं को न्यूनतम 5000 प्रतिमाह की न्यूनतम राशि का भुगतान किया जाता है जो उत्तर प्रदेश मेडिकल काउंसिल के निर्देशों के साथ-साथ इन प्रशिक्षुओं द्वारा किए जाने वाले समर्पित कार्य की मात्रा के अनुरूप नहीं है।
प्रशिक्षु डॉक्टरों ने बताया कि कॉलेज प्रशासन ने यह कहकर अपना बचाव किया है कि वे प्रशिक्षुओं को और अधिक पैसे नहीं दे सकते। हमारी मांग है अपने मौजूदा वजीफे 5000 प्रति माह से बढ़ाकर सरकार द्वारा अनिवार्य 12000 माह कर दिया जाए। धरना में 150 से अधिक प्रशिक्षु शामिल रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/मोहित
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