टूल ब्रिज नेक्स्ट बुंदेलखंड में बेरोजगारी की समस्या को दूर करने में होगा सहायक
- डॉ लवकुश द्विवेदी एवं डॉ शंभू नाथ सिंह के टूल को मिला है भारत सरकार से कॉपीराइट
- कामगारों और काम की आवश्यकता वाले लोगों के बीच में करेगा ब्रिज का काम
झांसी, 20 जुलाई (हि.स.)। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में भारत सरकार के माध्यम से स्थापित टेक्नोलॉजी इनेबलिंग सेंटर के द्वारा समाज के अनस्किलड, स्किल्ड और सेमीस्किल्ड वर्कर्स को उन लोगों से जिनको कि इनके कार्य की आवश्यकता है, से जोड़ने के लिए बनाये जा रहे टूल ब्रिज नेक्स्ट को भारत सरकार द्वारा कॉपीराइट प्रदान किया गया है।
बताते चलें कि आज समाज में हमारे आस-पास बहुत ऐसे हुनरमंद जैसे कि प्लम्बर, कारपेंटर, गार्डनर, टेलर, ट्यूटर, इलेक्ट्रीशियन, बार्बर, इंटीरियर डिज़ाइनर, जिम ट्रेनर, पैकर्स एण्ड मूवर्स, लेबर आदि लोग हैं जिन्हें काम की आवश्यकता है और लोगों को भी उनकी आवश्यकता है। परन्तु किसी उपयुक्त प्लेटफार्म के आभाव के कारण ये दोनों तरह के लोग आपस में जुड़ नहीं पाते हैं जिससे कि आवश्यकतानुरूप लोगों को हुनरमंद व्यक्ति नहीं मिल पाता है, जिसको कि घर बैठे बुलाकर कार्य पूर्ण कराया जा सके। साथ ही उन लोगों को जिनके पास हुनर तो हैं परन्तु अवसर न मिलने के कारण रोजगार नहीं मिल पाता है तथा वह बेरोजगार रह जाते हैं। ऐसे में इस समस्या को ध्यान में रखते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय के नेतृत्व में इकोनॉमिक्स एंड फाइनेंस विभाग के सह आचार्य डॉ शम्भू नाथ सिंह एवं इनोवेशन सेंटर के सह आचार्य डॉ लवकुश द्विवेदी द्वारा ब्रिज नेक्स्ट नाम से एक टूल बनाया जा रहा है। जिसमें दोनों एन्ड के लोगों को आपस में जोड़कर दोनों की आवश्यकताओं की पूर्ति किया जायेगा। इससे समाज में बेरोजगारी दूर करने में मदद मिलेगी तथा आम जनमानस को अपने रोजमर्रा की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसके आलावा इस टूल में कौशल विकास के विभिन्न कोर्सेज एवं कार्यक्रमों के भी लिंक्स दिए जायेंगे। जिससे की इक्छुक व्यक्ति इनके माध्यम से अपने हुनर का विकास कर सकता हैI ऐसे अन्य टूल्स से अलग इस टूल में बुंदेलखंड क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है जिससे की यहाँ के लोगों की बेरोजगारी दूर करने में यह उपयोगी हो सकेI
बुंदेलखंड में आगामी बीडा को ध्यान में रखते हुए इस टूल में स्पेशल फीचर्स डाले जा रहे हैं जिससे की इसके माध्यम से लोगों की जोड़कर उनमें हुनर विकसित करते हुए उपयुक्त रोजगार से लिंक किया जा सकेI खास बात यह है कि इस एप्लीकेशन को उक्त शिक्षकों के निर्देशन में टेक्नोलॉजी इनेबलिंग सेंटर द्वारा ही प्रशिक्षित बीटेक कंप्यूटर साइंस के विद्यार्थी मुकुल साहू एवं कृष्ण अग्रवाल के द्वारा विकसित किया जा रहा हैI उक्त टूल टेक्नोलॉजी हैकथॉन के एक प्रोजेक्ट के रूप में डीएसटी-टेक्नोलॉजी इनेबलिंग सेंटर द्वारा वित्त पोषित है जिसका कि कॉपीराइट बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को प्राप्त हो चुका है।
हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया / मोहित वर्मा
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