केजीएमयू के टीम ने ग्रामीणों को बताया साँप, बिच्छू, जहरों से बचाव के तरीके
लखनऊ, 18 सितंबर (हि.स.)। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग बुधवार को सिधौली के हिम्मतनगर गांव में पहुंची। इस दौरान विभाग के संकाय, वरिष्ठ रेजिडेंट्स और जूनियर रेजिडेंट्स ने गांव के एक प्राथमिक विद्यालय का दौरा किया।
वहां पर केजीएमयू की टीम ने ग्रामीणों को ग्रामीणों को साँप के काटने, बिच्छू के डंक, मधुमक्खी के डंक, कृषि और अन्य घरेलू जहरों से बचाव और प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। किस प्रकार शीघ्र चिकित्सा सहायता प्राप्त की जाए, जोखिम कम हो, निवारक उपायों की महत्त्वता, इन सबको सरलतापूर्ण समझाया गया। ग्रामीणों ने कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया, प्रश्न पूछे और स्वास्थ्य चिंताओं से संबंधित अपने अनुभव साझा किए।
विष विज्ञान संबंधी सहायता के लिए 24 घंटे का हेल्पलाइन नंबर भी साझा किया। टॉक्सिकोमैनिया 2.0 विष विज्ञान के बारे में जागरूकता बढ़ाने और सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल को बढ़ावा देने के लिए एक मूल्यवान मंच बना हुआ है। यह कार्यक्रम ग्रामीण समुदायों तक पहुंच कर, फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग द्वारा केजीएमयू के लक्ष्य जनमानस के समग्र स्वास्थ्य सुरक्षा में सुधार को मूर्त रूप प्रदान कर रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन यादव
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