प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत दुनिया के देशों में अग्रणी भूमिका निभा रहा : महेंद्रनाथ पांडेय



केन्द्रीय मंत्री ने देश के कारीगरों को आत्मनिर्भर करने के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना लॉन्च की, लाभार्थी को 15,000 रुपये का टूलकिट मिलेगा
वाराणसी, 17 सितम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 73वां जन्मदिन रविवार को उनके संसदीय क्षेत्र काशी में पूरे जोश एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विश्वकर्मा योजना के लॉन्चिंग के अवसर पर सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्रनाथ पांडेय ने प्रधानमंत्री एवं काशी के सांसद के दीर्घायु एवं उनके उत्तम स्वास्थ्य की बाबा विश्वनाथ से कामना की। केन्द्रीय मंत्री ने इस दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत दुनिया के देशों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और वैश्विक मंच पर अपनी अलग पहचान बनाने में सफल रहा है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व का परिणाम है कि आज भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश होने की उपलब्धि हासिल की है। जी-20 के सफल आयोजन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यूरोपीय देशों में आयोजित अब तक का यह सबसे सफलतम जी-20 कार्यक्रम रहा है। जो प्रधानमंत्री मोदी ऐसे सशक्त नेतृत्व के कारण संभव हो सका है। उन्होंने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की चर्चा करते हुए कहा कि वास्तव में यह योजना जहां समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति को देश के मुख्य धारा से जोड़ने में सफल होगा, वहीं इससे महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज का सपना भी साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की सोच हमेशा से ही समाज के गरीब एवं अंतिम पंक्ति तक में मौजूद लोगों के उत्थान का रहा है। जिसके लिए केंद्र सरकार द्वारा तमाम जन कल्याणकारी एवं जनहितकारी योजनाएं संचालित की जाती रही है। वह प्रधानमंत्री आवास योजना हो या फिर उज्ज्वला योजना के अंतर्गत निःशुल्क गैस कनेक्शन दिए जाने की हो, शौचालय निर्माण की हो या फिर आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत चिकित्सा निःशुल्क चिकित्सा सुविधा के लिए गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराए जाने की।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने आगंतुकोंं का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना लाभार्थीपरक योजना है। इस योजना में 18 पारंपरिक विधाओं में कार्य करने वाले कारीगर और शिल्पकार सम्मिलित हैं। योजना को प्रारंभ करने का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक सहायता एवं उन्नत उपकरण प्रदान करते हुए उनके व्यवसाय में बढ़ोतरी करना है जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके। इस अवसर पर दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना के लॉन्चिंग कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा गया।
बताते चलें कि केंद्र की मोदी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट सत्र में विश्वकर्मा योजना की घोषणा की थी। इस योजना के बारे में इस साल स्वतंत्रता दिवस पर भी प्रधानमंत्री मोदी ने ऐलान किया था। इस योजना के लिए चालू वित्त वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक 13,000 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। इस योजना के लाभार्थी को एडवांस ट्रेनिंग भी दी जाती है। इस योजना में बढ़ई, नाव निर्माता, अस्त्रकार, लोहार, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाला, पत्थर तोड़ने वाला जैसे कई कौशल कारीगर शामिल हैं। इस योजना के जो भी लाभार्थी होंगे, उन्हें सरकार द्वारा सर्टिफिकेट और आईडी भी मिलेगी। इस योजना में परिवार का केवल एक सदस्य ही आवेदन दे सकता है। कारीगरों को आत्मनिर्भर करने के लिए सरकार 3 लाख रुपये तक का लोन भी देगी। यह लोन दो किस्त में दी जाएगी, जिस पर 5 फीसदी का रियायती ब्याज दर लगेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश
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