विकसित देश बनाने की संकल्प पूर्ति में सहायक होंगे मोबाइल: डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी

विकसित देश बनाने की संकल्प पूर्ति में सहायक होंगे मोबाइल: डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी
WhatsApp Channel Join Now
विकसित देश बनाने की संकल्प पूर्ति में सहायक होंगे मोबाइल: डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी


विकसित देश बनाने की संकल्प पूर्ति में सहायक होंगे मोबाइल: डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी


-पीएम का संकल्प 2047 में विकसित देश की श्रेणी में आ जाएगा भारत

-इस मोबाइल का उपयोग अपने को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए करें

मेरठ, 02 दिसम्बर (हि.स.)। भाजपा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प की पूर्ति के लिए यह मोबाइल फोन बहुत ही सहायक होंगे। आज भारत विकासशील देश की श्रेणी में है। तकनीक की दृष्टि से आपको मजबूत करने की योजना सरकार की है।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल व इंस्टीटयूट ऑफ बिजनेस स्टडीज के छात्रों को शनिवार को सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने मोबाइल वितरित किए। अटल सभागार में आयोजित मोबाइल वितरण कार्यक्रम में डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि इस मोबाइल का उपयोग अपने शिक्षा के लिए करना। व्यक्तिगत उपयोग के लिए अपने मोबाइल का उपयोग करना। वर्तमान में प्रत्येक व्यक्ति के पास मोबाइल है। सीखने की कोई उम्र नहीं होती है और सिखाने वाले की कोई जाति नहीं होती है।

डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में जल्द की एक अलग लाइब्रेरी बनेगी। जो 24 घंटे खुलेगी। यह लाइब्रेरी सभी सुख-सुविधाओं से लैस होगी। सांसद निधि से इसके निर्माण कराया जाएगा। इस लाइब्रेरी में परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित सभी पुस्तकें उपलब्ध होंगी। इसके अलावा नौकरी के लिए आवेदन, परीक्षाओं के लिए आवेदन जैसी सभी प्रकार की जानकारी विद्यार्थियों को दी जाएगी। महीने में एक बार सेमिनार भी कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं अपनी सांसद निधि का पैसा शिक्षा के लिए खर्च करूंगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अकादमिक डायरेक्टर व संकायाध्यक्ष कला प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि तकनीक दुधारू तलवार की तरह है। इसका दुरुपयोग होने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए इसका उपयोग केवल अपनी शिक्षा का समृद्ध करने के लिए करना। आप विश्वविद्यालय की एक पूंजी हैं। भविष्य में इसकी छवि बनाने का काम आपको ही करना है। शोध निदेशक, चीफ प्रॉक्टर तथा इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस स्टडीज के डायरेक्टर प्रो. बीरपाल सिंह ने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक रूप से मजबूत होते विश्वविद्यालय के बारे में बताते हुए कहा कि मोबाईल युवाओं के लिए सीखने का सबसे बडा हथियार है। इसका उपयोग शैक्षणिक व शोध के लिए करना। सकारात्मक सोच के साथ इसका उपयोग करना। तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक प्रो. प्रशांत कुमार ने सभी का स्वागत किया। डॉ. रवि प्रकाश ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच का संचालन एमजेएमसी के छात्र कपिल कुमार ने किया। तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के 31 तथा इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस स्टडीज के 32 छा़त्रों को मोबाइल दिए गए। इस अवसर पर डॉ. मनोज श्रीवास्तव, डॉ. राजकुमार, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. पूजा चौहान, डॉ. स्वाति अग्रवाल, बीनम यादव, मितेंद्र कुमार गुप्ता, राकेश कुमार, ज्योति वर्मा, उपेश दीक्षित, अनुज कुमार, शिवम त्यागी, सहदेव आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप/सियाराम

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story