नवीनतम तकनीकियों के प्रयोग से बकरी पालन व्यवसाय में होगा अधिक लाभ: डा. शशि कांत
कानपुर,30 जुलाई (हि.स.)। बकरी पालन व्यवसाय को नवीनतम तकनीकियों को अपनाकर अधिक से अधिक लाभ कमाए। यह बात मंगलवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित दलीप नगर स्थिति कृषि विज्ञान केंद्र पर ग्रामीण युवकों एवं युवतियों एवं पशुपालकों के लिए बकरी पालन एक लाभकारी व्यवसाय विषय पर आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण समापन के मौके पर पशु वैज्ञानिक डॉक्टर शशिकांत ने कही।
उन्होंने आगे बताया कि बकरी पालन के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं, स्थान चयन, जनपद के लिए प्रमुख नस्लें,आवास व्यवस्था तथा खान पान एवं रखरखाव विषय पर जानकारी प्रदान की। बकरियों के लिए हरे चारे का महत्व, इसका उत्पादन एवं वर्षभर हरा चारा उपलब्धता के लिए बहु वर्षीय नेपियर घास दीनानाथ घास, शुबबूल, ग्रामीण स्तर पर बकरियों के लिए दाना का निर्माण आदि विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी दी।
प्रशिक्षण के अंतिम सत्र में पशु वैज्ञानिक डॉक्टर शशिकांत ने बताए गए तकनीकियों के आधार पर प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम कर सही उत्तर देने वाले प्रतिभागियों को बकरी पालन पर साहित्य उपलब्ध कराया। उन्होंने बकरियों में होने वाले प्रमुख रोग उनके रोकथाम एवं बचाव एवं टीकाकरण तथा टीकाकरण के महत्व विषय पर सारगर्भित जानकारी प्रदान की।
सीएसए के मीडिया प्रभारी डॉ.खलील खान ने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 26 से शुरू होकर मंगलवार को सम्पन्न हुआ है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में केंद्र के प्रभारी डॉ अजय कुमार सिंह ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रिया गौतम, सीमा देवी, लाल जीत सिंह, बिपिन कुमार, गौरव शुक्ला सहित 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल / मोहित वर्मा
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