लोस चुनाव : प्रतापगढ़ सीट पर भाजपा और कांग्रेस-सपा गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर

लोस चुनाव : प्रतापगढ़ सीट पर भाजपा और कांग्रेस-सपा गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर
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लोस चुनाव : प्रतापगढ़ सीट पर भाजपा और कांग्रेस-सपा गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर


- भाजपा के संगम लाल गुप्ता पर जीत बरकरार रखने की चुनौती, सपा-कांग्रेस के एक साथ आने से राह आसान नहीं

प्रतापगढ़, 11 मई (हि.स.)। प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर पांच विधानसभा क्षेत्र में से दो सीटों पर भारतीय जनता पार्टी व उसके सहयोगी अपना दल (एस) का कब्जा है। वहीं कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के तीन विधायकों का कब्जा है। लोकसभा चुनाव में प्रतापगढ़ सीट पर सपा-कांग्रेस गठबंधन उम्मीदवार शिवपाल सिंह पटेल और वर्तमान भाजपा सांसद पुनः अपनी किस्मत संगम लाल गुप्ता दाेबारा आजमा रहे हैं। इस बार इन्हीं दोनों के बीच कांटे की टक्कर दिख लोकसभा चुनाव 2024 में दिख रहा है। संगम लाल गुप्ता 2019 के चुनाव में प्रतापगढ़ से सांसद निर्वाचित हुए थे, जिन्होंने बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार को हराया था।

इनके लिए जाना जाता है प्रतापगढ़

प्रतापगढ़ संसदीय क्षेत्र की पहचान आंवला की खेती के लिए विशेष पहचान रखती है। इसके साथ ही सामाजिक और राजनीतिक दबदबे के लिए जानी जाती है। यहां प्रो. वासुदेव सिंह, मुनीश्वरदत्त उपाध्याय, राजा दिनेश सिंह, प्रमोद तिवारी, रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया जैसी शख्सितों के लिए हमेशा प्रतापगढ़ चर्चा में बना रहता है। सियासत में अच्छा खासा रूतबा है प्रतापगढ़ लोकसभा सीट का। यहां से यहां 1977 में भारतीय लोकदल से रूपनाथ सिंह यादव, 1991 में जनता दल से राजा अभय प्रताप सिंह, 1998 में भाजपा से डा.राम विलास वेदांती, 2004 में सपा से अक्षय प्रताप सिंह, 2014 में अपना दल (एस) के हरिवंश सिंह का कब्जा रहा। 2019 इस सीट से भाजपा के उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता चुन कर संसद पहुंचे। इस बार दोबारा उन भाजपा ने भरोसा जताया है। ऐसे में भाजपा को प्रतापगढ़ की सीट पर जीत बरकरार रखने की चुनौती होगी।

विधानसभा क्षेत्र और स्थानीय मुद्दे

इस संसदीय क्षेत्र में कुल पांच विधानसभाएं हैं। रामपुर खास, विश्वनाथगंज, प्रतापगढ़ सदर, पट्टी, रानीगंज शामिल हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार साक्षरता दर 73.1 है। उद्योग विहीन जिले में कृषि ही मुख्य साधन है। ट्रैक्टर कारखाना बंद हो चुका है। यहां आंवला किसानों की बदहाली, बेकाबू अपराध, उद्योग धंधों का अभाव हर चुनाव में मुद्दा बनता है।

प्रतापगढ़ की खास बातें

प्रतापगढ़ लोकसभा से पहले सांसद मुनीश्वर दत्त उपाध्याय बने थे। वर्तमान में यहां से एनडीए गठबंधन से संगम लाल गुप्ता सांसद हैं और इन्हीं भाजपा दोबारा टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। स्वामी करपात्री, जगदगुरु कृपालु महाराज यहीं से हैं। प्रतापगढ़ पहले इलाहाबाद का हिस्सा हुआ करता था। यहां बेलादेवी का मंदिर, भक्तिधाम, घूमेश्वर नाथ धाम, शनिदेव मंदिर काफी प्रसिद्ध हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/दीपेन्द्र /मोहित

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