शैक्षिक क्रांति में महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ का स्वर्णिम योगदान : डॉ. जायसवाल*

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शैक्षिक क्रांति में महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ का स्वर्णिम योगदान : डॉ. जायसवाल*


शैक्षिक क्रांति में महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ का स्वर्णिम योगदान : डॉ. जायसवाल*


शैक्षिक क्रांति में महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ का स्वर्णिम योगदान : डॉ. जायसवाल*


शैक्षिक क्रांति में महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ का स्वर्णिम योगदान : डॉ. जायसवाल*


-महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के तृतीय स्थापना दिवस पर सप्तदिवसीय व्याख्यान का शुभारंभ

गोरखपुर, 22 अगस्त (हि.स.)। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रामकुमार जायसवाल ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में शैक्षिक क्रांति लाने में युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज योगदान स्वर्णाक्षरों में अंकित है। शिक्षा के जिस पौधे को महंत दिग्विजयनाथ ने रोपित किया, जिसे महंत अवेद्यनाथ ने सिंचित किया वह आज महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के रूप में विशाल वटवृक्ष बन चुका है।

डॉ. जायसवाल महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के तृतीय स्थापना दिवस के साप्ताहिक समारोह में युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की स्मृति में सप्तदिवसीय व्याख्यानमाला का शुभारंभ करने के बाद अपनी बात रख रहे थे। विश्वविद्यालय परिसर स्थित पंचकर्म हाल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के इस बहुआयामी प्रकल्प महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने स्थापना के बेहद कम समय में जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वे अद्वितीय हैं। यह विश्वविद्यालय रोजगारपरक और चिकित्सा शिक्षा के पाठ्यक्रमों के लिए अन्य संस्थाओं के लिए नजीर बन रहा है। डॉ. राम कुमार जायसवाल ने कहा कि मेरा सौभाग्य है महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद रूपी विशाल वटवृक्ष की शाखा महाराणा प्रताप इंटर कालेज से मिली शिक्षा की लौ में तपकर आज मुझे चिकित्सा के क्षेत्र में मानव सेवा का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।

सप्तदिवसीय व्याख्यान के शुभारंभ सत्र की अध्यक्षता करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने लोक कल्याण की भावना से समाज के हर क्षेत्र में सकारात्मक क्रांति लाने का काम किया है। लोक कल्याण की भावना इस परिषद के मूल में है। इसी कड़ी में यह विश्वविद्यालय शिक्षा और चिकित्सा के द्वारा मानव सेवा का संकल्प पूरा कर रहा है। विश्वविद्यालय अपने उच्च मानदंड, पूर्ण अनुशासन और संस्कारयुक्त शिक्षा से नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।

इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा, आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ, संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ. सुनील कुमार सिंह, कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ. विमल कुमार दूबे, फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके सिंह, पैरामेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रोहित श्रीवास्तव सहित सभी विभागों के शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय / मोहित वर्मा

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