नए कलेवर में दिखाई देंगे खतौनी : ज्वाइंट मजिस्ट्रेट





गोरखपुर, 06 अगस्त (हि.स.)। खतौनी अब अपने नए कलेवर में आने के लिए तैयार हो रही है। इसके लिए सदर तहसील प्रशासन ने पूरा खाका खींचकर काम करना शुरू कर दिया है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी ने बताया कि सदर तहसील के समस्त अधिकारियों कर्मचारियों को अंश निर्धारण के लिए लगा दिया गया है। अंश निर्धारण की प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के बाद किस व्यक्ति की कितनी जमीन है तुरंत पता चल जाएगा।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व एसडीएम सदर ने बताया कि अभी तक खतौनी में दादा-पिता व बेटा का नाम पीढ़ी दर पीढ़ी चढ़ाने की प्रक्रिया थी और उसमें हिस्से की जानकारी स्पष्ट नहीं रहती थी। ऐसे में अब नई खतौनी में नाम के साथ स्पष्ट अंकों में उसके हिस्से को भी अंकित किया जा रहा है इसके लिए तहसील प्रशासन ने प्रक्रिया शुरू कर दिया है।
तहसील प्रशासन के मुताबिक अभी तक तहसील से जारी होने वाली खतौनी में कई लोगों का नाम होता है। इसमें उन लोगों में किसकी कितनी जमीन है, इसका उल्लेख नहीं होता है। ऐसे में कई बार वरासत भी गलत हो जाती है। शासन के निर्देशानुसार इसमें सुधार की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इस प्रक्रिया के अनुसार लोगों का अंश निर्धारण किया जा रहा है। अंश निर्धारण के बाद खतौनी में जो लोग भी होंगे, उनके नाम के आगे उनके हिस्से की जमीन का आंकड़ा भी अंकित होगा। ऐसे में अगर कोई अपने हिस्से की जमीन बेचता है तो परिवार के किसी अन्य व्यक्ति की जमीन नहीं जा सकेगी।
तहसील प्रशासन अपने तहसीलदार नायब तहसीलदार को अंश निर्धारण के कार्यों में लगा दिया है। सदर तहसील प्रशासन मुताबिक खतौनी में दर्ज नामों के अंश निर्धारण के लिए संबंधित क्षेत्र के लेखपालों को लगा दिया गया है। लेखपालों को काश्तकारों के यहां भेजकर अंश निर्धारण की प्रक्रिया अपनाई जा रही है ताकि किसी तरह की गलती न होने पाए।
हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय / शरद चंद्र बाजपेयी / बृजनंदन यादव / राजेश