स्वर्ण स्तंभ से अलंकृत होगा मां विंध्यवासिनी का गर्भगृह
- भदोही निवासी मुंबई के प्लास्टिक कारोबारी ने माता-पिता की इच्छाओं के सम्मान में किया दान
- मां विंध्यवासिनी के चरणों में अर्पित किया दो किग्रा सोना व 52 किग्रा चांदी के चार स्वर्ण स्तंभ
- स्वर्ण स्तंभ लगाने का कार्य आरंभ, प्रतिदिन ढाई घंटे प्रथम प्रवेश द्वार से दर्शन-पूजन पर प्रतिबंध
- विश्व फलक पर बिखरेगी स्वर्णिम आभा
मीरजापुर, 07 जून (हि.स.)। विंध्य दरबार के साथ अब मां विंध्यवासिनी का आंगन भी स्वर्णिम आभा बिखेरेगा। श्रद्धा को समर्पित चार करोड़ रुपये के साढ़े चार किलो सोना तथा 52 किलो चांदी के चार स्वर्ण स्तंभ से मां विंध्यवासिनी के गर्भगृह का गोल दरवाजा अलंकृत होगा। मुंबई में प्लास्टिक कारोबारी मूल रूप से भदोही जनपद के निवासी संजय सिंह अपने माता-पिता की इच्छाओं के सम्मान में मां विंध्यवासिनी के चरणों में चार स्वर्ण स्तंभ अर्पित किया है।
शुक्रवार की सुबह दानदाता नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ल, श्रीविंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, पुरोहित चतुरानंद मिश्र व टेक्निशियन के साथ विंध्यवासिनी मंदिर पहुंचे, जहां टेक्निशियनों ने गर्भगृह में पूर्व से लगाए गए चांदी के गोलद्वार जो चार खंभों से निर्मित है, की जांच-पड़ताल की। नगर विधायक ने बताया कि पूर्व में लगे चार खंभों में से केवल दो को ही हटाकर नया लगाया जाएगा। बाकी मां के विग्रह की तरफ के दोनों खंभे पूर्ववत रहेंगे। उसी के ऊपर स्वर्ण स्तंभ लगाने का काम किया जाएगा। यह निर्णय मां के विग्रह की सुरक्षा के दृष्टिगत लिया गया है। निर्माण कार्य के दौरान प्रतिदिन ढाई घंटे प्रथम प्रवेश द्वार से दर्शन-पूजन पर प्रतिबंध रहेगा। दर्शनार्थियों की भीड़ में कमी रहने की स्थिति में ढाई घंटे तय समय को आधा घंटा और बढ़ाया जा सकता है। शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे से मां विंध्यवासिनी के गर्भगृह में स्वर्ण स्तंभ लगाने का कार्य आरंभ होगा। प्रतिदिन तीन से साढ़े पांच बजे तक किया जाने वाला कार्य लगभग सात-आठ दिनों में पूरा हो जाएगा।
मां विंध्यवासिनी की महिमा का अहसास कराएगा स्वर्णिम आभा से सुशोभित आंगन
जगविख्यात मां विंध्यवासिनी की महिमा तो निराली है ही, अब स्वर्णिम आभा से सुशोभित आंगन भी देश-दुनिया को मां विंध्यवासिनी की महिमा का अहसास कराने के साथ सुखद अनुभूति कराएगा। वैसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर योजना के तहत निर्माण होने से विंध्यवासिनी धाम विश्व फलक पर देश-दुनिया को रिझा रहा है। यही नहीं, विंध्यधाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ी है। ऐसे में योगी सरकार भी श्रद्धालुओं को आस्था के सम्मान के साथ विश्व स्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने को प्रतिबद्ध है।
हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/राजेश
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