नए पश्चिमी विक्षोभ के चलते थम जाएगी तामपान में गिरावट
—आसमान में आगामी पांच दिनों में छाए रहेंगे हल्के से मध्य बादल
कानपुर, 22 नवम्बर (हि.स.)। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 23 नवंबर को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। उम्मीद है कि सिस्टम थोड़े समय के लिए रुकेगा और कमजोर स्थिति में रहेगा, जिससे तापमान में और गिरावट रुक जाएगी। आसमान में आने वाले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के आसार है। लेकिन वर्षा की कोई संभावना नहीं है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन. सुनील पांडेय ने बुधवार को बताया कि कानपुर मण्डल के आसपास दिन का अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस रहा और न्यूनतम तापमान 12.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सापेक्षिक आर्द्रता की बात की जाय तो 93 प्रतिशत अधिकतम और 44 प्रतिशत न्यूनतम रही। हवा की औसत गति 3.6 किलोमीटर प्रति घंटा रही और हवा की दिशा उत्तर पश्चिम थी।
देश भर में मौसम प्रणाली
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि एक ट्रफ रेखा कोमोरिन क्षेत्र से आंध्र प्रदेश तट के पास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। पाकिस्तान के उत्तरी भागों पर एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ देखा जा रहा है।
23 नवंबर को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। उम्मीद है कि सिस्टम थोड़े समय के लिए रुकेगा और कमजोर स्थिति में रहेगा। वास्तव में, इसका अधिकांश प्रभाव केवल मध्य और ऊंचे इलाकों तक ही सीमित रहेगा, जबकि अधिकतम प्रभाव ऊंचे इलाकों पर होगा। निचले इलाकों में बनिहाल, श्रीनगर, पटनीटॉप आदि स्थानों पर हल्की बारिश ही देखने को मिल सकती है।जहां तक जम्मू-कश्मीर के तलहटी इलाकों का सवाल है, उधमपुर, जम्मू, कठुआ, सांबा में बारिश नहीं होगी।
सिस्टम आने पर तापमान में और गिरावट रुक जाएगी, जो अगले कुछ दिनों के लिए है। हालाँकि 25 नवंबर के आसपास तापमान सामान्य हो जाएगा, जब सिस्टम हट जाएगा।
जहां तक पश्चिमी विक्षोभ की आवृत्ति का सवाल है नवंबर के महीने में ज्यादा सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं देखे जाते हैं। वास्तव में अन्य सर्दियों के महीनों की तुलना में नवंबर सबसे कम प्रभावित महीना है। क्योंकि सिस्टम केवल दिसंबर में ही गति पकड़ते हैं। नवंबर के लिए, सिस्टम का ठहराव आम तौर पर कम होता है, और मार्ग तेज़ होता है।
मैदानी इलाकों में इसका एकमात्र असर तापमान के रूप में देखने को मिलेगा। सिस्टम आने पर तापमान में वृद्धि देखी जाएगी और इसके साफ होने पर तापमान में गिरावट देखी जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/ अजय/पदुम नारायण