एक लाख के इनामी बदमाश ने पुलिस की आंखों में धूल झोंकते हुए न्यायालय में किया आत्मसमर्पण


जौनपुर,05 अप्रैल (हि.स.)। लखनऊ के विकासनगर थाने में लूट के मामले में वांछित एक लाख रुपये का इनामी बदमाश अनुज मौर्या ने शनिवार को जौनपुर की दीवानी न्यायालय के एडीजे द्वितीय सारिक सिद्दिकी की अदालत में लखनऊ और जौनपुर पुलिस के आंखों में धूल झोंकते हुए आत्मसमर्पण कर दिया। जफराबाद थाना क्षेत्र के उतरगांव निवासी अनुज पर लखनऊ में सशस्त्र लूट का आरोप था।योगी सरकार की सख्त पुलिस कार्रवाई और इनकाउंटर की आशंका से घबराए अनुज ने कोर्ट में सरेंडर करने का फैसला किया। पुलिस उसे पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी।
अनुज के आत्मसमर्पण की सूचना मिलते ही कोर्ट परिसर को पुलिस छावनी में बदल दिया गया। एसपी और सीओ सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अनुज को अदालत में पेश किया गया।जहां से उसे पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
बीते 28 मार्च को लखनऊ के बुलियन व्यापारी पंकज अग्रवाल के मुनीम अमित सैनी से विकासनगर सेक्टर-चार पार्क के पास से छह लाख 45 हजार रूपये से भरा बैग लूटा गया था। पुलिस का कहना था कि सोनेंद्र सिंह और गौरव मिश्रा ने इसे अंजाम दिया था। वारदात की साजिश व्यापारी के ड्राइवर प्रेम बहादुर सिंह ने लिखी थी। वहीं, हरदोई मझिगवां निवासी वैभव सिंह, प्रतापगढ़ जेठवारा निवासी सुशील मिश्र, जौनपुर मड़ियाहूं निवासी सतीश सिंह और जौनपुर उतरगांव निवासी अनुज मौर्या फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास एसटीएफ लगातार कर रही है। आरोपितों के ठिकानों पर कई बार दबिश दी गई है। लेकिन साथियों की गिरफ्तारी के बाद से ही आरोपी भागे हुए है। ऐसे में फरार अपराधियों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित किया गया है।अनुज मौर्या ने जलालपुर थाने में दर्ज एक हत्या के आरोप में जमानतदार से अपनी जमान तोड़वाकर खुद कोर्ट में हाजिर हो गया। जबतक इसकी भनक जौनपुर पुलिस को लगती वह न्यायायिक हिरासत में पहुंच चुका था। इसी लूट काण्ड का एक और आरोपी सतीश सिंह निवासी मड़ियाहूं भी दो दिन पूर्व पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेण्डर कर चुका है।
हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव