भारतीय ऋषियों-मनीषियों ने शांति का जो परमाणु विकसित किया, वह दुनिया में किसी के पास नहीं : स्वामी भावानंद
मीरजापुर, 05 नवम्बर (हि.स.)। परमहंस स्वामी अड़गड़ानंद के शिष्य भावानंद महाराज ने रविवार को कहा कि भारत के ऋषियों-मनीषियों ने जो शांति का परमाणु विकसित किया है, वह दुनिया के पास नहीं है। इस कारण विश्व में टकराव बना हुआ है। दुनिया ने अगरबत्ती, धूपबत्ती और दीप जलाना भारत से सीखा है। महाराजश्री लालगंज के जयकर स्थित परमहंस आश्रम में बोल रहे थे।
स्वामी भावानंद महाराज ने बताया कि भारत के तुलसी, बुद्ध, महावीर आदि ऋषियों-मनीषियों ने शांति के अनेकों परमाणु बम का निर्माण किया है। उस निरोधक परमाणु शक्ति के प्रयोग करने से दुनिया में आक्रमण और अत्याचार निरस्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि विश्व के असंख्य परमाणु बम भारत के शांति के परमाणु बम का मुकाबला नहीं कर सकते। इसी से मानवता को सुकून, शांति और सुख-समृद्धि मिलेगी।
हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/दीपक/आकाश
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