आईआईएमटी विश्वविद्यालय में छात्रों को बताये साइबर क्राइम से सुरक्षा के उपाय
मेरठ, 06 मार्च (हि.स.)। पूर्व आईपीएस प्रो. त्रिवेणी सिंह ने कहा कि वर्तमान दौर में साइबर अपराध एक सामाजिक और आर्थिक खतरा बन कर उभरा है। उन्होंने साइबर अपराध के विभिन्न रूपों डेटा चोरी, ऑनलाइन धमकी, फिशिंग, मालवेयर, रैसमवेयर आदि की जानकारी दी।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय में बुधवार को पूर्व आईपीएस प्रो. त्रिवेणी सिंह ने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को साइबर क्राइम से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। कार्यशाला में विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ. नीरज शर्मा, डायरेक्टर एकेटीयू डॉ. संजीव महेश्वरी ने पूर्व आईपीएस प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह का स्वागत किया। प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने साइबर अपराध के विभिन्न रूपों डेटा चोरी, ऑनलाइन धमकी, फिशिंग, मालवेयर, रैंसमवेयर आदि की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से व्यक्तिगत और व्यावसायिक डेटा की चोरी आर्थिक और आत्मिक स्वतंत्रता को खतरे में डाल सकती है। इससे बचने के लिए आपको सतर्क और जागरूक होना होगा। सामाजिक मीडिया प्लेटफार्म्स, सरकारी और गैर सरकारी संगठन और व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं को अपनी सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय होना चाहिए।
उन्होंने साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए शिक्षा प्रणालियों में भी इसे समाहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यशाला का मंच संचालन एकता शर्मा ने किया। आयोजन में रचना चौधरी हेड कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन, सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर बोधिसत्व शील, जर्नलिज्म विभाग के प्रो. संजीब मिश्रा, मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा का योगदान रहा।
हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/पदुम नारायण
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