'काशी तमिल संगमम्' में तमिल संगीत ने समा बांधा, पीएम-सीएम मंत्रमुग्ध
—श्रीसिड श्रीराम ने अपने सुरों से काशी व रामेश्वर के अंतरसंबंधों की महिमा को किया प्रस्तुत
वाराणसी, 17 दिसंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार की शाम नमो घाट पर 'काशी तमिल संगमम्' के द्वितीय संस्करण का शुभारंभ किया। इस अवसर पर नमो घाट पर हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आनंद लिया। कार्यक्रम में काशी व चेन्नई फाइन आर्ट्स के सदस्यों ने शंखनाद व ऋचा पाठ किया। तमिल गायक, गीतकार व संगीतकार श्री सिडश्रीराम ने अपनी गायिकी से समा बांधा सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्रीराम ने काशी व रामेश्वर के अंतरसंबंधों की महिमा को अपने गीत के माध्यम से प्रस्तुत किया। उन्होंने काशी व रामेश्वर के बीच अपने सुरों से सेतु स्थापित किया। गीत-संगीत से उन्होंने भगवान राम व शिव की स्तुति भी की। कलाकारों की प्रस्तुतियों को देख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अभिभूत हो गए। इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंगवस्त्र व स्मृति चिह्न देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राज्यमंत्री डॉ. एल मुरुगन, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. राधाकृष्णन, आईआईटी चेन्नई के निदेशक प्रो. कामाकोटि, तमिलनाडु के सामाजिक कार्यकर्ता के. अन्नामलाई आदि मौजूद रहे।
—कन्याकुमारी-बनारस-कन्याकुमारी “काशी तमिल संगमम्” साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन की शुरूआत
काशी तमिल संगमम—2 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कन्याकुमारी से वाराणसी की विशेष ट्रेन का उत्तर और दक्षिण भारत के तीर्थ यात्रियों के लिए बड़ी सौगात दी। उन्होंने नमो घाट पर कन्याकुमारी-बनारस-कन्याकुमारी “काशी तमिल संगमम्” साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन का शुभारम्भ किया। जैसे ही उन्होंने हरी झंडी दिखाई, कन्याकुमारी रेलवे स्टेशन से यह नई ट्रेन अपने गंतव्य स्थान काशी के लिए दौड़ पड़ी। यह गाड़ी कन्याकुमारी से शाम 17:30 बजे प्रस्थान कर तीसरे दिन मंगलवार को दोपहर 13.00 बजे जबलपुर, 14.40 बजे कटनी, 15.55 बजे मैहर, 16.15 बजे सतना स्टेशन आकर रात्रि 23:35 बजे बनारस पहुंचेंगी। माना जा रहा है कि उत्तर और दक्षिण भारत के तीर्थ यात्रियों के लिए इससे काफी सुविधाजनक यात्रा होगी। यह ट्रेन पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर, कटनी, मैहर और सतना स्टेशनों पर रुकते हुए गंतव्य को जाएगी।
—भावनात्मक और रचनात्मक हैं काशी और तमिलनाडु के रिश्ते : नरेन्द्र मोदी
ट्रेन को रवाना कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि काशी और तमिलनाडु के रिश्ते प्राचीन होने के साथ ही भावनात्मक और रचनात्मक हैं। दुनिया के दूसरे देशों में राष्ट्र एक राजनीतिक परिभाषा रही है, लेकिन भारत एक राष्ट्र के रूप में आध्यात्मिक आस्थाओं से भरा है। तीर्थ यात्राओं के कारण ही एक राष्ट्र के रूप में भारत अमर और अडिग रहा है। प्रधानमंत्री ने प्राचीन तमिल ग्रंथों का ब्रेल भाषा में अनुवाद किये गये पुस्तकों का विमोचन भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. एल मुरुगन, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. राधाकृष्णन भी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/पदुम नारायण
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