शरीर को पूर्ण आरोग्य प्रदान करता है सूर्य नमस्कार
- पांच दिवसीय योग शिविर का चौथा दिन
मीरजापुर, 12 अप्रैल (हि.स.)। पतंजलि युवा भारत एवं विंध्य योग सेवा धाम के संयुक्त तत्वाधान में पांच दिवसीय योग शिविर के चौथे दिन शुक्रवार को नगर के गणेशगंज स्थित केबी पीजी काॅलेज के बीएड विभाग में योग विशेष कार्यशाला आयोजित की गई। योग गुरु ज्वाला सिंह ने कहा कि सूर्य नमस्कार शरीर में स्फूर्ति लाकर उसे स्वस्थ, सुंदर, बलिष्ठ व आकर्षक बनाना है। इससे शरीर का सर्वांगीण विकास होता है।
पतंजलि युवा भारत के राज्य महामंत्री व राष्ट्रीय योगासन जज योग गुरु योगी ज्वाला सिंह ने योग कार्यशाला के चौथे दिन सबसे पहले सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इसमें कुल बारह स्थितियों का समावेश है। इसका अभ्यास करते समय साधक को पूरक, कुंभक व रेचक को ध्यान में रखकर करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से विशेष रोगों में लाभ मिलता है। इनका मुख्य उद्देश्य शरीर में स्फूर्ति लाकर शरीर को स्वस्थ सुंदर बलिष्ठ व आकर्षक बनाना है। अतः सभी आयु वर्ग के लोग इसका अभ्यास कर सकते हैं। यह एक पूर्ण व्यायाम है। इससे पेट, आंत्र, अमाशय, अग्नाशय, हृदय एवं फेफड़े स्वस्थ रहते हैं। मेरुदंड व कमर को लचीला बनाकर उनमें आई विकृतियों को दूर करता है। यह मानव के शरीर को संपूर्ण आरोग्य प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि प्रातःकाल जल्दी उठकर सूर्य नमस्कार का अभ्यास अवश्य करना चाहिए। कमर दर्द के रोगियों के लिए मकारासन, शलभासन, भुजंगासन, विपरीतनौकासन जैसे आसनों के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अर्द्धसर्वांगासन, सर्वांगासन, हलासन, चक्रासन जैसे विशेष आसनों का अभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले लाभ के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
विंध्य योग सेवा धाम के संस्थापक योग गुरु भोला नाथ ने कहा कि हर मानव को अपने जीवन में योग को स्वीकार करना चाहिए, तभी उनके जीवन का सर्वांगीण विकास संभव है। इस दौरान विभागाध्यक्ष डाॅ. भवभूति मिश्र, प्रो. भानु प्रताप सिंह, उमाकांत यादव, डाॅ. करनैल सिंह, अंजनी सिंह आदि मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/दिलीप
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