नशीले पदार्थों की अवैध खेती एवं तस्करी के खिलाफ हर तीन माह में चलेगा विशेष अभियान
लखनऊ, 24 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में नशीले पदार्थों की अवैध खेती एवं तस्करी के खिलाफ हर तीन माह में विशेष अभियान चलेगा। सूबे के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने शुक्रवार को इस संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया।
मुख्य सचिव आज नार्काे को-आर्डिनेशन सेंटर (एनकॉर्ड) की राज्य स्तरीय समिति की चौथी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशीले पदार्थों की अवैध खेती एवं तस्करी के खिलाफ हर तीन माह में विशेष अभियान चलाया जाए। नशा मुक्ति के सम्बन्ध में धर्माचार्यों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए एवं नशा मुक्त हो चुके लोगों का ऑडियो-वीडियो आमजन को सुनाया-दिखाया जाए।
जिन जनपदों में नशीले पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई धीमी चल रही है, उन्हें प्रगति लाने के निर्देश भी मुख्य सचिव ने दिये। उन्होंने कहा कि आपसी समन्वय बेहतर करते हुये संयुक्त ऑपरेशन पर नियमित रूप से ध्यान दिया जाये। सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा नियमित जोनवार रिव्यू किया जाये। नशा मुक्ति के खिलाफ प्राथमिक विद्यालय से लेकर विश्वविद्यालयों में जागरूकता अभियान चलाया जाए।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश स्तर पर कुल 54866.91 किग्रा के मादक पदार्थों की बरामदगी की गई और 7335 अभियोग पंजीकृत किये गये, जिसमें अभियुक्तों की संख्या 9174 है। एनडीपीएस एक्ट की धारा 68 (ई) व (एफ) के अंतर्गत जनपद हापुड़ व मथुरा में संपत्ति जब्तीकरण की कार्यवाही की गई।
इसके अलावा आगरा में 02 तथा बरेली में एक मादक पदार्थों के कारखानों को ध्वस्त किया गया। आबकारी विभाग द्वारा राज्य पुलिस से समन्वय कर माह सितम्बर 2023 तक 16 प्रकरणों में 804.337 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया।
बैठक में अपर मुख्य सचिव खाद्य सुरक्षा एवं औषधि अनीता सिंह, प्रमुख सचिव समाज कल्याण हरि ओम, सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रंजन कुमार, सचिव कृषि राज शेखर, डीआईजी एंटी नार्काेटिक्स टास्क फोर्स अब्दुल हमीद, एडीजी अपराध एसके भगत सहित सम्बन्धित विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/पीएन द्विवेदी/दिलीप
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